कचबचिया
(बाल कविता)
कचबच - कचबच बड़ी करै छेँ,
कहबौ हम “कचबचिया” तोरा ।
सुन्नर देह,
रंग सुन्नर छौ,
पर तोर बोल किए छौ रोड़ा ।।*१
कौआ कुल
केर, तेँ कौए सनि,
बोल छै
कर्कश ओक्कर ।*२
ओना एक टा
आओरहु स्वर,
जे लागए
मीठ - मनोहर ।।*३
मुदा जे कर्कश ध्वनि तोहर,
से बेसी
छैक उजागर ।
तेँ संस्कृतसँ मैथिली धरि,
भेल तोहर नाम केर कारक ।।*४
सौंसे भारत भरि भेटैछ,
मैदान हो
या कि पठार
।*५
ऊँच हिमालय पर
भेटैत अछि,
तोर विशिष्ट
प्रकार ।।*६
संकेत आ किछु रोचक तथ्य -
*१ - कचबचिया केर
नाम ओकर कर्कश वा अप्रिय स्वरक (UNPLEASANT
SOUND) कारण पड़ल अछि । इएह गुणक कारण उल्लूक पर्यायी
नाँओ सेहो कचबचिया अछि ।
*२ - कचबचिया सेहो कौआ कुल (Family - CORVIDAE) केर सदस्य अछि आ
तेँ ओकर बोल सेहो किछु - किछु साम्य रखैत अछि ।
*३ - कचबचिया ऊपर
वर्णित स्वरक अलावे एक टा आओरो स्वर निकालैत अछि जे मीठ आ कर्णप्रिय (LOUD MUSICAL CALLS) होइत अछि ।
*४ - कहबी छै जे नीक
गुण केओ नञि देखैत अछि पर खड़ाब गुण जगजियार भऽ जाइत अछि । सएह एहि चिड़ै लेल सेहो
उचित । मैथिली, संस्कृत, बंगाली आदि भाषामे एकर जे नाम पड़ल अछि से एकर खड़ाब बोलक
कारण जखनि कि एकर नीक बोल बहुधा लोक आन चिड़ै केर बूझि जाइत अछि ।
*५ - ई चिड़ै सौंसे
भारतमे भेटैत अछि आ भारतहि किएक सौंसे भारतीय उपमहाद्वीप मे भेटैछ ।
*६ - हिमालय केर अधिक ऊँचाई बला भागमे एकर एक आन प्रकारभेटैत
अछि जकरा हिमालयी कचबचिया (GREY TREEPIE / HIMALAYAN TREEPIE) कहल जाइत अछि । एकर जैववैज्ञानिक नाँओ Dendrocitta formosae अथवा Dendrocitta himalyensis अछि । एकर पेट कनेक बेसी मोट होइत अछि आ पाँखि
तथा नाङ्गरिमे उजरा रंग नञि रहैत अछि ।
मैथिली पाक्षिक इण्टरनेट पत्रिका “विदेह” केर 197म अंक (01 मार्च 2016) (वर्ष 9, मास 99, अंक 197) केर “बालानां कृते” स्तम्भमे
प्रकाशित ।
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