Pages

मिथिलाक पर्यायी नाँवसभ

मिथिलाभाषाक (मैथिलीक) बोलीसभ

Powered By Blogger

Tuesday, 31 January 2017

पद्य - ‍२‍२‍‍९ - सतबहिनी (बाल कविता)


सतबहिनी (बाल कविता)





मटियाही  गात   छै ।
दस - पाँच - सात छै ।
तेँ ओ  कहाइत छै  सतबहिनी ।।*‍१

छोट छिन समाज छै ।
खाइत ओ अनाज छै ।
दाना चुगि खाइत छै सतबहिनी ।।

देखने   जरूर   छी ।
चिन्हबासँ  दूर  छी ।
गुण ने विशेष कोनहु सतबहिनी ।।

मैथिली  कि अंग्रेजी ।
बंगाली  या  हिन्दी ।
सभतरि कहाबैछ ओ सतबहिनी ।।*





संकेत आ किछु रोचक तथ्य -

* - ई चिड़ै प्रायः पाँच सँ सात धरिक छोट समूहमे रहैत अछि । तेँ एकर नाम सतबहिनी (सप्त = सात; शत = सए) पड़ल ।

* - अंग्रेजीमे एकर नाम सेवेन सिस्टर्स (seven sisters) बंगाली भाषाक नाम सातभाई सँ पज़ल अछि — से बताओल जाइत अछि । मुदा ध्यातव्य जे पहिने मिथिला सेहो अंग्रजक अनुसारेँ बंगाल प्रॉविन्सक भाग छल आ ग्रियर्शन महोदयक काजसँ पहिने मैथिलीक स्वतन्त्र अस्तित्व अंग्रेजक डाटाबेसमे नञि छल । मिथिलामे ३, ५, ७, ‍११ आदि विषम संख्याक किछु अलगहि महत्तव रहल अछि; जेना कि - सतभैंया, पंचभैंया आदि ।


मैथिली पाक्षिक इण्टरनेट पत्रिका विदेह केर ‍218म अंक (‍15 जनबरी 2017) (वर्ष 10, मास 109, अंक ‍218) केर बालानां कृते स्तम्भमे प्रकाशित ।


No comments:

Post a Comment