Pages

मिथिलाक पर्यायी नाँवसभ

मिथिलाभाषाक (मैथिलीक) बोलीसभ

Powered By Blogger

Tuesday, 31 January 2017

पद्य - ‍२‍३० - मच्छर (बाल कविता)

मच्छर (बाल कविता)






दुनिञामे  मनुक्खक आगमसँ,
बड़  पहिनेसँ  मच्छर अछि ।*
छोट जीव,  मुदा पैघ जीवकेँ,
कएने बहुत उछन्नर अछि ।।

मच्छर केर जे  पुरुष रूप से,
पुष्प - परागकेँ चूसैत अछि ।
मच्छर केर  स्त्रैन रूप  मुदा,
खून पीबि कऽ जीबैत अछि ।।*

मच्छर अपनहि छोट अछैतहुँ,
सूक्ष्मजीव केर आश्रय अछि ।
ओक्कर लेड़ - ग्रण्थिमे कएटा,
परजीवी  केर  प्रश्रय  अछि ।।*

खून  चूसबा काल  लेड़ संग,
परजीवी   प्रस्थान  करैछ ।
जकर खून चूसल जा रहलए,
तकर  काय  स्थान  धरैछ ।।

नऽव  कायमे  ओ  परजीवी,
रोगक अछि निर्माण करैत ।
संग मनुक्खक आनहु पशुमे,
नूतन ब्याधि-विधान करैछ ।।*

जापानी एनसिफेलाइटिस ओ,
डेङ्गू   आओर   मलेरिया ।
चिकेन गुनिञा सनक बेमारी,
अथवा   रोग   फलेरिया ।।*

मच्छर  छी बड़ असञ्जाति, ओ
हर युक्तिक प्रतिरोध गढ़ैछ ।
मशहरीक नञि तोड़ कोनहु छी,
मच्छर केर अवरोध करैछ ।।*





संकेत आ किछु रोचक तथ्य -

* - एहि धरती पर जीवनक क्रमविकाशमे (Organic Evolution) नवीन मतानुसार मच्छरक उद्गम कमसँ कम 2 अरब 30 करोड़ वर्ष पहिने भेल छल जखनि कि आधुनिक विज्ञानानुसार मनुक्ख वंशक (Genus - Homo) उद्भव करीब 2 करोड़ वर्ष पहिनहि भेल अछि । आधुनिक मानव (Homo sapiens) केर उत्पत्ति तँऽ मात्र 2 लाख 50 हजार वर्ष पहिने बताओल जाइत अछि ।

* - पुरुष वा नर मच्छर पुष्प पराग पीबि (पिउबि) कऽ अपन जीवन निमाहैत अछि जखनि कि स्त्री या मादा मच्छर मनुक्खक अतिरिक्त किछु आन जन्तु सभक खून पीबि (पिउबि) जीवन निर्वाह करैछ । एकर पोषक जन्तु सबमे (Host animals) किछु रीढ़धारी आ किछु आन सन्धिपाद प्राणी सभ रहैत अछि । रीढ़धारी प्राणी सभमे स्तनपायी (Mammals), चिड़ै (Birds), सरिसृप (Reptiles), उभयचर (Amphibians), मत्स्य (Fishes) आदि वर्गक प्राणी सभ एकर पोषक जन्तु (Host animals) भऽ सकैत अछि ।

* * - स्त्री मच्छरक लेर ग्रण्थिमे (Salivary gland) बहुत रास अन्तः परजीवी सभ (Internal Parasites) निवास करैत अछि । जखन कोनहु परजीवीसँ संक्रमित वा व्यापित स्त्री मच्छर (Infected or Infested Female Mosquito) कोनहु पोषक जन्तु केर खून चूसैत (चूषैत) अछि तँऽ ओ परजीवी मच्छरक लेर (Saliva) केर संग ओहि पोषक जन्तुक रक्त परिसंचरण तन्त्रमे (Haemo Circulatory system) प्रवेश पबैछ । तकर बाद अपन विशिष्ट जीवन चक्रक (Specific Life Cycle) अनुसार ओहि पोषक जन्तुकेँ विभिन्न तरहक रोगसँ आक्रान्त करैछ ।

*- मनुक्खक मच्छर जनित बेमारी सबमे किछु प्रमुख अछि

·        मलेरिया (Malaria)
·         फलेरिया (Filariasis / Elephantiasis)
·        जपानी मस्तिष्क शोथ (Japanese Encephalitis)
·        डेङ्गू या डेङ्गी (Dengue)
·         चिकनगुनिञा (Chickengunya)
·        जिका वायरस बोखार (Zika Virus Fever)
·        पच्छिमी नील वायरस बोखार (West Nile Fever) आदि ।

*- कोनहु प्रकारक मच्छरनाशी वा मच्छररोधी रसायनक प्रति मात्र किछुअहि साल वा महीनामे मच्छर प्रतिरोध (Resistance) उत्पन्न कऽ लैत अछि ओ ओकरा बेअसरि कऽ दैत अछि । मच्छरसँ बचबाक लेल मशहरीक प्रयोग सस्ता आ रामबाण तरीक अछि । मैथिलीमे मच्छरमशहरीदूनू तद्भव शब्द भेल जकर मूल संस्कृत शब्द क्रमशः मत्सरमशकहरी अछि ।



मैथिली पाक्षिक इण्टरनेट पत्रिका विदेह केर ‍218म अंक (‍15 जनबरी 2017) (वर्ष 10, मास 109, अंक ‍218) केर बालानां कृते स्तम्भमे प्रकाशित ।





No comments:

Post a Comment