गरूड़
(बाल कविता)
पैघ चिड़ै - चिल्होरिसँ
नम्हर,
या बड़का चिल्होरि
बुझू ।
छी “गरूड़” - जँ नाम रूचए नहि,
तँऽ “बड़का चिल्होरि” कहू ।।*१
चाङ्गुर*२ छै मजगूत ततेक,
खरहहुकेँ धएने उड़ि
भागैछ ।*३
किछु प्रजाति
तँऽ चाङ्गुरमे,
साँपहुकेँ धएने उड़ि भागैछ ।।*४
ओ चिल्होरि जेकाँ
नञि कहियो,
भागैछ लोलमे
दाबि शिकार ।
एक्कहि कुल, अन्तर तइयो छै,
भिन्न दुहुक किछु
छै बेबहार ।।*५
बहुविध गरूड़, शिकारहु बहुविध,
अपन - अपन छी
जीहक चाट ।
चिड़ै -
छोट, खरहा तँऽ
छैहे,
ककरो प्रियगर
साँप कि माछ ।।*६
संकेत आ किछु
रोचक तथ्य -
*१ - गरूड़ (EAGLE), चिल्होरि (KITE) आ किछु बाज (ACCIPITRINE HAWKS / TRUE HAWKS) - तीनू एक्कहि कुलक (FAMILY
- ACCIPITRIDAE) सदस्य थिक तेँ तीनूमे
बहुत किछु समानता अछि । समानता रहितहुँ तीनूमे बहुत किछु विभिन्नता अछि आ तीनू
तरहक चिड़ै केर अपन किछु वैशिष्ट्य अछि जकरा आधार पर मैथिलीमे, संस्कृतमे आ हिन्दी
- अंग्रेजी आदि भाषासभमे तीनूक अलग - अलग नाम देल गेल अछि । एहि ठाम जाहि शिकारी चिड़ैसमूहकेँ
गरूड़ मानल गेल अछि तकरा भारतक आनो बहुत रास पक्षी वैज्ञानिकसभ गरूड़हि मानैत छथि
। गरूड़क वर्णन हिन्दू धर्म ग्रण्थसभमे किछि मिथकीय काल्पनिक स्वरूपक होयबाक
कारणेँ किछु लोक एकरा गरूड़ नञि मानैत छथि आ ताहि तरहक लोक एकरा “बड़का चिल्होरि” कहि सकैत छथि ।
*२ - चाङ्गुर =
पञ्जा = CLAW (यद्यपि “चाङ्गुर” शब्द केर शाब्दिक अर्थ
चारि आङ्गुरसँ बनल मुट्ठी स्वरूप भेल आ “पञ्जा” माने पाँच आङ्गुरसँ बनल, तथापि दुनु केर सामान्य रूढ़ि
स्वरूपक अर्थ एक्कहि अछि − अंग्रेजीक CLAW केर अर्थमे ।)
*३ - गरूड़क चाङ्गुर
बड़ मजगूत होइत अछि । तेँ ओ अपन शिकारकेँ अपन चाङ्गुरमे दाबि उड़ि जाइत अछि − नञि
कि चिल्होरि जेकाँ लोलमे दाबि कऽ । ओकर चाङ्गुरक पकड़ि एतेक शक्तिशाली होइत अछि कि
ओ कएक बेर खरहाकेँ सेहो अपन चाङ्गुरमे पकड़ि कऽ बहुत फुर्तीसँ उड़ि जाइत अछि ।
*४ - गरूड़क किछु
जातिसभ (Circaetus
spp., Terathopius spp. & Spilornis spp. ) तँऽ साँपक शिकार
करबामे माहिर होइत अछि तेँ अंग्रजीमे एकरासभकेँ सर्पेण्ट
ईगल (SERPENT
EAGLES) कहल जाइत अछि । विश्वमे
गरूड़क करीब साठि टा जाति (60 SPECIES) पाओल जाइत अछि जाहिमेसँ
अधिकांश यूरेसिया (यूरोप व एसिया) तथा अफ्रिका महादेशमे पाओल जाइत अछि ।
*५ - गरूड़क चाङ्गुरक पकड़ि चिल्होरिक चाङ्गुरक (CLAW) पकड़ि केर अपेक्षा बहुत मजगूत होइत अछि जखनि कि गरूड़क
लोलक (BEAK) पकड़ि चिल्होरिक लोलक पकड़ि केर अपेक्षा बहुत कमजोर होइत
अछि । तेँ गरूड़ अपन शिकारकेँ चाङ्गुरमे पकड़ि कऽ उड़ भागैत अछि जखनि कि चिल्होरि
लोलमे ।
*६ - सामन्यतः सभ
प्रकारक गरूड़ अपनासँ छोट चिड़ै, छोट रीढ़धारी प्राणी (जेना कि - मूस, खरहा,
खरगोश, लुक्खी आदि), छोट सरिसृप (जेना कि - गिरगिट, छोट साँप आदि) केर शिकार
करितहि अछि । गरूड़क किछु जातिसभ (Circaetus spp.,
Terathopius spp. & Spilornis spp. ) साँपक शिकार
करबामे विशेष माहिर होइत अछि तेँ अंग्रजीमे एकरासभकेँ सर्पेण्ट
ईगल (SERPENT
EAGLES) कहल जाइत अछि । तहिना
गरूड़क किछु जातिसभक (Haliaeetus
spp., & Icthyophaga spp. ) विशेष अभिरुचि
माछ आ जलीय - पक्षीसभक शिकार करबामे रहैत अछि ।
कल्याणी
कोशक अनुसार -
गरूड़ = एक पक्षी
= a kind of
EAGLE = Homraius bicornis
गरूड़ = एक पक्षी = a kind of EAGLE एहि ठाम धरि तँऽ ठीक अछि परञ्च गरूड़ = Homraius bicornis बात मान्य नञि बुझना जाइत अछि ।
Homraius
bicornis (syn. Buceros bicornis syn. Buceros
homrai syn. Buceros cavatus syn. Dichoceros
bicornis) वास्तवमे बड़का धनेश थिक जकरा अंग्रेजीमे GREAT HORNBILL / GREAT INDIAN HORNBILL / GREAT PIED
HORNBILL कहल जाइत अछि ।
[syn.
= synonymous to = पर्याय / पर्यायवाची अछि ]
मैथिली पाक्षिक इण्टरनेट पत्रिका “विदेह” केर 203म अंक (01 जून 2016) (वर्ष 9, मास 102, अंक 203) केर “बालानां कृते” स्तम्भमे
प्रकाशित ।
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