चिल्होरि
या चील्ह (बाल कविता)
पएर छोट मजगूत
पंख छै,
मुर्दाखौक शिकारी ।
पर सामान्य ई एकर
रूप छै,
ई तँऽ
सर्वाहारी ।।*१
लाल पीठ चिल्होरि
ब्राह्मिणी,
आन छै
भूरा-कारी ।*२
आँखि एकर बड़ तेज
होइछ तेँ,
ई छै कुशल शिकारी
।।
सधल उड़ान भरैछ चिड़ै ई,
मारैछ दक्ष झपट्टा
।
भरल हाटमे बिनु
टकरएने,
मांसु लऽ भागै
पक्का ।।*३
भागैत काल
मांसुकेँ ओ तँऽ,
लोलहिमे पकड़ै
छै ।
पएर ओकर कमजोर
होइछ तेँ,
लोलहिसँ झपटै
छै ।।*४
संकेत आ किछु
रोचक तथ्य -
*१ *४ - गरूड़क अपेक्षा चिल्होरिक चाङ्गुर बहुत कमजोर होइत अछि
जखनि अपन वजनक अनुसारेँ ओकर लोल बहुत मजगूत होइत अछि । तेँ ओ अपन शिकारकेँ अपन
लोलमे दाबि उड़ि जाइत अछि − नञि कि गरूड़ जेकाँ चाङ्गुरमे दाबि कऽ । ई ओना तँऽ सर्वाहारी
पक्षी (OMNIVOROUS BIRD) अछि आ समय पड़ला पर किछुओ
खा लैत अछि परञ्च मुख्य रूपेण ई मुर्दाखौक शिकारी चिड़ै (SCAVANGER RAPTOR / SCAVANGINGER RAPTOR BIRD) अछि ।
*२ - गिद्ध, गरूड़, चिल्होरि आ बाज − ई सभ शब्द स्वयंमे वैविध्यपुर्ण अछि तथा कोनहु
एक जातिक चिड़ै केर बोध नञि करबैछ अपितु कतेकहु जैववैज्ञानिक वंश ओ जातिसभक (BIOLOGICAL GENERA & SPECIES) समूह केर परिचायक थिक । चिल्होरि शब्दसँ माइल्विनी (MILVINAE), एलानिनी (ELANINAE) आ परनिनी (PENINAE) नामक तीन टा उपकुल (3
SUBFAMILIES) केर सदस्य
जाति-प्रजातिसभक बोध होइत अछि ।
·
माइल्विनी (MILVINAE) उपकुल (SUB FAMILY) केर सदस्य
मँझलुका आकारक शिकारी चिड़ै अछि पर चिल्होरि समूहमे सभसँ पैघ होइत अछि । ई बेशी
समय आकाशमे मँड़राइत रहैत (HOVERING) अछि − एक ऊँचाई तक उड़लाक बाद गुड्डी (Eng. - KITE, हिन्दी - पतंग) जेना हवामे उधियाइत रहैत अछि − तेँ अंग्रेजीमे एकरा
मँड़राईबला या उधियाईबला चिल्होरि (HOVERING
KITES) कहल जाइत अछि । एहि तरहक परिभ्रमण ओ सम्भवतः
मृत-प्राणीक खोज लेल करैत अछि । ललका चिल्होरि (RED
KITE; Milvus
milvus), कारी-भूरा रंगक करिया चिल्होरि (BLACK
KITE; Milvus
migrans), कत्थी-लाल रंगक ब्राह्मिणी चिल्होरि (BRAHMINY
KITE / RED BACKED SEA EAGLE; Haliastur indus) आदि इएह उपकुलक सदस्य अछि । मिथिलामे बेशीतर लोक इएह कुलक
सदस्यकेँ चिल्होरि बुझैत अछि वा कहैत अछि ।
·
एलानिनी (ELANINAE) उपकुल (SUB FAMILY) केर सदस्य किछु छोट आकारक होइत अछि । ई आकाशमे मँड़राइत नञि रहैत अछि पर प्रायः ऊँच गाछ
पर बैसि शिकारकेँ ताकैत रहैत अछि आ देखाई देला पर तेजीसँ उड़ि झपट्टा मारि
शिकारकेँ लोलमे पकड़ि उड़ि भागैत अछि तेँ अंग्रेजीमे एकरा उड़एबला चिल्होरि (SOARING KITES) कहल जाइत अछि । एहि
चिल्होरिसभक आँखिक रंग लाल (RED IRISH) होइत अछि आ देह केर वक्षोदर भाग (VENTRAL PART) प्रायः उज्जर
रंगक होइत अछि । छोट आकार, उज्जर रंग, मँड़रएबाक गुणक आभाव आदिक कारणेँ मिथिलामे प्रायः एकरा बाज कहि देल जाइत अछि ।
·
परनिनी (PENINAE) नामक उपकुलमे (SUB FAMILY) शेष बचल चिल्होरिसभ आबैत अछि ।
*३ - चाहे ओ कोनहु
प्रकारक चिल्होरि हो (नञि कि गरूड़), पर ओकर उड़ान एतेक सधल ओ दक्ष होइत अछि कि बहुत
भीड़-भाड़बला हाट-बजारमे सेहो बिना कोनहु मनुक्खसँ टकरएने कसाईक दोकानपरसँ मांसुक
टुकड़ी या माछ वा माछक कुटिया लोलमे दाबि कऽ उड़ि भागैत अछि ।
मैथिलीमे - चील्हो = Abbreviated form of चिल्होरि
कल्याणी
कोशक अनुसार -
चिलहोरि
(चिल्होरि) = चील्ह, एक पक्षी = KITE = Falco chila
चील्ह = चिलहोरि
(चिल्होरि) = KITE
चिलहोरि / चील्ह = एक पक्षी = KITE एहि ठाम धरि तँऽ
ठीक अछि परञ्च चिलहोरि / चील्ह = Falco chila बात मान्य नञि बुझना जाइत अछि । Falco chila बहुत पुरान शब्द थिक जे
सर्वमान्य कहियो नञि रहल आ आब एहि शब्दक प्रयोग भ्रमित करैछ, तेँ सर्वथा त्याज्य
थिक । दोसर आ महत्त्वपुर्ण बात ई जे गरूड़, गीद्ध, बाज, चिल्होरि (चील्ह), सुग्गा,
परबा (परेबा), पोरकी (पौड़की) आदि शब्दसँ ताहि चिड़ै केर कोनहु एक जाति (SINGLE BIOLOGICAL SPECIES / MONOPHYLETIC TERM) केर बोध नञि होइत अछि अपितु ई शब्दसभ एकाधिक वा
बहुजातिबोधक (MULTI- / POLYPHYLETIC) शब्द थिक ।
मैथिली पाक्षिक इण्टरनेट पत्रिका “विदेह” केर 203म अंक (01 जून 2016) (वर्ष 9, मास 102, अंक 203) केर “बालानां कृते” स्तम्भमे
प्रकाशित ।
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