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Tuesday 15 December 2015

पद्य - ‍१‍२‍८ - श्री गणपति वन्दना (गीत)



श्री गणपति वन्दना (गीत)






जय गणेश  गजवदन  विनायक ।
जय जय हे गणपति गणनायक ।।

गौरीसुत हे  गिरिजानन्दन ।
प्रथमपुज्य हे सादर वन्दन ।
सकल  अमंगल विघ्न विनाशक ।
जय जय हे गणपति गणनायक ।।

भालचन्द्र   अहँ  एकदन्त ।
हे शंकरसुवन भवानीनन्दन ।
सकल कार्य  सिद्धी शुभ दायक ।
जय जय हे गणपति गणनायक ।।

पीतवसन, आँजी कर शोभित ।
महाकाय, मूसहि पर राजित ।
मोदकप्रिय अँहीँ  सिद्धीविनायक ।
जय जय हे गणपति गणनायक ।।

जय हे वक्रतुण्ड लम्बोदर ।
जय हे गणाध्यक्ष सुरेश्वर ।
रिद्धि-सिद्धि स्वामी सुखदायक ।
जय जय हे गणपति गणनायक ।।


मैथिली पाक्षिक इण्टरनेट पत्रिका विदेह केर ‍192म अंक (‍15 दिसम्बर 2015) (वर्ष 9, मास 96, अंक ‍192) मे प्रकाशित ।





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