Pages

मिथिलाक पर्यायी नाँवसभ

मिथिलाभाषाक (मैथिलीक) बोलीसभ

Powered By Blogger

Tuesday, 15 December 2015

पद्य - ‍१‍२‍९ - छठि गीत ‍१ (गीत)



छठि गीत - ‍१






माँगैत छी वरदान,  कनेक अहाँ  होइयौ ने सहाए ।
हमरो सुनियौ हे छठि माए !!

महिमा अहँक बहुत छी सुनने ।
हमहूँ छी  किछु  आशा रखने ।
कातिक मास इजोरिया पखमे ।
षष्ठी तिथि  हमहूँ  छी जपने ।
हमरो मोनक बात सुनू माँ, हरियौ सकल बलाए ।
हमरो सुनियौ हे छठि माए !!

अस्ताचल सह उदित भास्कर ।
अर्पण  अर्घ्य करै छी  सादर ।
तेजोमय  भास्वर  हे दिनकर !
क्षमा करब गलती सभ हम्मर ।
हमरो मोनक आश पुरबियौ, करियौ कोनो उपाए ।
हमरो सुनियौ हे छठि माए !!

हमहूँ  मनुख  साधारण  छी ।
आयल आइ किछु कारण छी ।
सभ ठाँ सँ  हम  हारल  छी ।
थाकल आओर  झमारल छी ।
खोंइछ हमर खाली जुनि रखियौ, करियौ ने बेजाए ।
हमरो सुनियौ हे छठि माए !!

No comments:

Post a Comment