किए हँसबै छऽ मिथिला केर नाम भैय्या ?
(गीत)
होइ छऽ मिथिला केर कण कण निलाम भैय्या ।
कोना तोँ सभ करै छऽ अराम भैय्या ??
धरती ई जनकक आइ आहत पड़ल छऽ ।
तोरहि सभ केर बाट तकै छऽ ।
कोना बैसल छऽ मूनि आँखि कान भैय्या ?
कोना तोँ सभ करै छऽ अराम भैय्या ??
मिथिला केर माटि केर बोली लगै छऽ ।
खरिहानहि पैसि, दुष्ट गोली दगै छऽ ।
हृदय मैथिलीक भेलह लहु – लुहान भैय्या ।
कोना तोँ सभ करै छऽ अराम भैय्या ??
मिथिलाऽक नाँव बेचि गद्दी चढ़ै छऽ ।
पाछाँ सऽ एकरहि गर्दनि कटै छऽ ।
कतऽ गेलह तोऽहर ओ शान भैय्या ?
कोना तोँ सभ करै छऽ अराम भैय्या ??
छीः छीः तोरा की लाजो ने होइ छऽ ।
कुक्कुर जेकाँ अँइठ पातो चटै छऽ ।
किए हँसबै छऽ मिथिलाक नाम भैय्या ?
कोना तोँ सभ करै छऽ अराम भैय्या ??
“विदेह” पाक्षिक मैथिली इ – पत्रिका, वर्ष – ४, मास – ४८, अंक – ९५, दिनांक - १ दिसम्बर २०११, स्तम्भ ३॰७ मे प्रकाशित ।
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