जिराफ (बाल कविता)
“सितार” रहए देशी, बिदेशी “गितार” छल ।
“हरमुनिञा” - संगीतक साज भेल मैथिली ।।*१
“बाज” भेल मैथिली, “आबाज” भेल मैथिली ।
तहिना “कंगारू” - “जिराफ”
भेल मैथिली ।।*१
अरबीक “बाज” छल आ अरबी “जिराफ” छी ।
अरबीमे सेहो बिदेशज
“जिराफ” छी ।।*२
देशक ने जीव
ओ, जीवहि बिदेशी छी ।
तेँ जे बिदेशी
छल, नाम
सएह मैथिली ।।*३
ऊँटहुसँ पैघ देखू,
गर्दनि आ टाङ्ग छै ।
अफ्रिकाक प्राणी
छी, नामहि “जिराफ” छै ।।
दुनिञामे बेसीतर इएह
एक नाम छै ।
मैथिली की ? - अंग्रेजी, हिन्दी वा आन छै ।।*४
बबूरक छी पात प्रिय,
शुद्ध शाकाहारी छी ।
अफ्रिकाक माँझ-पूब-दच्छिन
केर बासी छी ।।
एतबा धरि ऊँच आन धरती पर जीव नञि ।
धरती जमीन बुझू − ग्रह केर प्रतीक नञि ।।*५
संकेत
आ किछु रोचक तथ्य -
*१ *२ *३ - जहिना GUITAR सँ बनल गितार, HARMONIUM सँ बनल हरनुनिञा आ अरबी भाषासँ आयल
शब्द “बाज” (चिड़ै) मैथिलीक विदेशज/विदेशी/बिदेसी शब्द भण्डारमे शोभायमान अछि
तहिना आन बहुत रास शब्द एहि श्रेणीमे आओरहु आबैत अछि आ भविष्यहुमे आबैत रहत । ई
कोनहु जिबैत भाषाक शब्दभण्डारमे होमएबला एकटा सतत प्रक्रिया अछि । कंगारू
(ऑस्ट्रेलियाक एकटा प्राणीक नाँओ) आ जिराफ (अफ्रिकाक एकटा प्राणीक नाँओ) शब्दक
मैथिली वा आन भाषाक (यथा - अंग्रेजी, हिन्दी आदि) शब्द-भण्डारमे आगमण सेहो एहि
प्रक्रियाक भाग थिक । एहेन जीव वा कोनहु बस्तु जे एहि ठाम नञि
पाओल जाइत अछि तकर स्थानीय नामकेँ हू-ब-हू स्वीकार कऽ लेब बेसी उपयुक्त थिक ।
*४ - मैथिलीमे “जिराफ” शब्द अरबीक “ज़राफा” शब्दसँ आयल अछि परञ्च अरबीमे सेहो ई शब्द
देशज नञि । अरबीमे ई शब्द सम्भवतः सोमालिया नामक अफ्रिकी देशक भाषासँ आयल अछि ।
जिराफ अफ्रिका महादेशक मूल निवासी अछि आ तेँ विभिन्न अफ्की देशक भाषासभमे एकर अलग
- अलग नाँओ अछि । शेष सम्पुर्ण विश्वमे ई जीव जिराफहि नाँओसँ जानल जाइत अछि ।
*५ - धरती पर (जमीन पर) एखन पाओल जाए बला समस्त जिबैत
जीवमे “जिराफ” सभसँ ऊँच जीव (TALLEST LIVING TERRESTRIAL ANIMAL) अछि ।
मैथिली पाक्षिक
इण्टरनेट पत्रिका “विदेह” केर 205म अंक (01 जुलाई 2016) (वर्ष 9, मास 103, अंक 205) केर “बालानां कृते” स्तम्भमे प्रकाशित ।
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