पानिकौआ
या पानिकौर (बाल कविता)
पाछाँ कौआ सनि छै
कारी, या कारी नर कोइली सनि ।
आगाँ ककरो कारी -
उज्जर, या छाउरक छै रंग जेहेन ।।*१
कोनो जलाशय, जतऽ मनुक्खक,
आबाजाही कम हो ।
ताहि भीड़*२लग,
गाछ बाँस पर, पानिकौआ हरदम हो ।।
आँखि गड़ओने,
पोखरिक पानिमे, बैसल एकटक ताकए ।
देखिते माछ, ओ
आबए चट दऽ, लूझि लोलमे भागए ।।
बहुधा माछ पकड़बा लए ओ, पानिमे
गोंता मारए ।
भीजल पाँखिकेँ,
ऊँच गाछ पर, फोलि हवामे सुखाबए ।।*३
पानिमे हेलबासँ
पहिने, ओ करैछ
क्षेत्र सर्वेक्षण ।
दूरी उचित
मनुक्खसँ तखनहि, पानिक बीच पदार्पण ।।*४
कारी हंस वा
बत्तख सनि ओ, पानिमे हेलैत लागैछ ।
मनुखक आहटि
दूरहुसँ जँ, चट दऽ उड़ि कऽ भागैछ ।।
जलकर - माछक
व्यवसायीकेँ, करैछ बहुत नोकशान ।
बान्हि छकाबए
करिया पन्नी, बूझए उतड़ल
आन ।।*५
एहि धरती केर एक
द्वीप पर, पानिकौआ छी एहनो ।
उड़ि ने सकै ओ
पंख अछैतो, उड़ै छल पहिने कखनो ।।*६
संकेत आ किछु
रोचक तथ्य -
*१ - पानिकौआ
(उच्चारण - पैनकौआ) या पानिकौर (उच्चारण - पैनकौर) केर पछिला भाग (पीठ दिशका भाग)
भीजल रहला पर एकवर्णी कौआ सनि कारी लागैत अछि जखनि कि सुखाएल रहला पर कारी तँऽ
अवश्ये रहैत अछि पर कारीक मात्रामे तर-तम भाव बुझना जाइछ । अगिला भाग (पेट दिशका
भाग) कोनहु प्रजातिमे कारी, कोनहुमे उज्जर वा कोनहुमे छाउरक रंग सनि कारी होइत अछि
। लोल सेहो छाउरक रंग सनि होइत अछि ।
*२ - भीड़ - ई शब्द
मैथिलीमे अनेकार्थक अछि -
·
भीड़ - पहिल अर्थ
भेल “मेला-रेला” या “जनसमूह”
·
भीड़ - दोसर अर्थ
भेल “पोखरिक भिण्डा”
एहि ठाम दोसर अर्थ (भिण्डा)
अभिप्रेत अछि ।
*३ - पानिकौरक लेल
पानिसँ भीजल अपन पंखकेँ सुखाएब आवश्यक थिक । ताहि हेतु ओ कोनहु गाछक ऊँच डाढ़ि पर
वा बाँसक छुपुङ्गी पर अपन पंखकेँ पसारि कऽ बैसि जाइत अछि आ हवामे ओकरा सुखबैत अछि
।
*४ - पानिकौआ आ
सिल्ली दुहु चिड़ै पानिमे उतड़बासँ पहिने पूरा क्षेत्र केर आकाशीय सर्वेक्षण करैत
अछि आ मनुक्खसँ सुरक्षित दूरी देखलाक बादे पानिमे उतरैत अछि । ई सर्वेक्षण एक वा
एकाधिक बेर ताहि क्षेत्रविशेषक चक्कर काटि कऽ कएल जाइत अछि । पानिकौआ ई सर्वेक्षण
प्रायः एकल स्वरूपमे करैत अछि जखनि कि सिल्ली सामुहिक रूपसँ ।
*५ - पानिकौआ आ
सिल्ली दुहु माछ खाइत अछि आ तेँ व्यावसायिक रूपेँ माछ पोषनिहार लोकक लेल हानिकर
अछि । तेँ ओसभ डोरीमे बीच-बीचमे करिया पन्नीकेँ (पॉलीथीन) बान्हि पोखरिक एक भीड़सँ
दोसर भीड़ धरि टाँगि दैत छथि । आकाशीय सर्वेक्षण करए काल पानिकौआ आ सिल्ली एकरा
पहिनेसँ उतरल आन पानिकौआ या सिल्लीक समूह बूझि धोखा खाए जाइत अछि आ ओहि जलाशयक
पानिमे नञि उतड़ैत अछि ।
*६ - प्रशान्त महासागरक (GALAPAGOS
ISLANDS) गॅलापॅगॉस द्वीपसमूह पर पानिकौरक एक टा एहेन
प्रजाति थिक जकरा पाँखि तँऽ छै पर ओ उड़ि नञि सकैत अछि । मतलब कि उड़नाइ बिसरि गेल
अछि आ तेँ ओकर पंख बहुत छोट भऽ गेल छै आ देह भारी । एकरा गॅलापॅगॉस पानिकौआ या गॅलापॅगॉस पानिकौर (GALAPAGOS CORMORANTS) कहल जाइत अछि । एकर वैज्ञानिक नाँओ फॅलॅक्रॉकॉरेक्स हॅरीसी (Phalacrocorax harrisi) थिक ।
मैथिली पाक्षिक इण्टरनेट पत्रिका “विदेह” केर 195म अंक (01 फरबरी 2016) (वर्ष 9, मास 98, अंक 154) केर “बालानां कृते” स्तम्भमे
प्रकाशित ।
No comments:
Post a Comment