बर्खा रानी - १
बर्खा रानी ! आऽ गे आऽ ।
राति अएबेँ, से
एखने आऽ ।
इस्कूल जा - जा रोजे थकलहुँ,
आइ अपन तोँ खेल देखा
।।
(बर्खाक पानि मे भीजि कऽ इस्कूलक आधा रस्ता सँ घऽर आपिस जाइत धिया लोकनि)
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बर्खा रानी ! आऽ गे आऽ ।
राति अएबेँ, से
एखने आऽ ।
इस्कूल जा - जा रोजे थकलहुँ,
आइ अपन तोँ खेल देखा
।।
एखने आ, गए एखने
आऽ ।
आइ अपन नञि भाओ बढ़ा ।
एतेक बरस तोँ झमकि झमकि कऽ,
रस्तेँ – पएरेँ हो नञि
थाह ।।
बर्खा रानी ! एहि
ठाँ आऽ ।
अप्पन रिमझिम गीत
सुना ।
दुपहरिया धरि खूब
बरसिहेँ,
फेर कने लीहेँ
सुस्ता ।।
बर्खा रानी ! आब
ने आऽ ।
दम्म धरै, तोँ ले सुस्ता
।
संगी – साथी शोर करैए,
खेलब - कूदब – करब मजा ।।
उच्चारण संकेत :-
क्रम संख्या
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लिखित शब्द
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अभिप्रेत उच्चारण
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१
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अएबेँ
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अएबेँ, ऐबेँ, एबेँ,
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२
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थकलहुँ
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थकलहुँ, थकलौं
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३
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गए
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गए, गै, गे
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४
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झमकि
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झमकि, झमैक
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५
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धरि
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धरि, धैर
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६
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बरसिहेँ
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बरसिहेँ, बरैसहेँ
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७
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रस्तेँ – पएरेँ
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रस्तेँ – पेरेँ
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