आइ आबए बला रिजल्ट छै (बाल कविता)
आइ आबए बला
रिजल्ट छै ।
आइ दिन बड़ी डिफिकल्ट छै ।
की करियै - किछु फुरा
रहल ने,
आइ ने कोनो
विकल्प छै ।।
जएह लिखलियै, खूब
लिखलियै ।
सभ पन्नाकेँ भरि - भरि देलियै ।
तइयो आइ बड़ डऽर लगैए,
छपने केहेन रिजल्ट छै !!
कोनो चीजमे मोन ने लागए ।
कछमछ मोन उताहुल
भागए ।
इण्टरनेट अछि देखा
रहल बस,
“आबए बला रिजल्ट
छै” ।।
कहुखन मोनेँ टॉप करै
छी ।
कहुखन सभसँ फ्लॉप
करै छी ।
आइ तराजू केर पलड़ा
सनि,
डगमग दृढ़ संकल्प छै ।।
30 JULY 2015
कऽ प्रकाशनार्थ “मिथिला दर्शन” केर सम्पादकीय कार्यालयकेँ प्रेषित ।
मैथिली पाक्षिक
इण्टरनेट पत्रिका “विदेह” केर 224म अंक (15 अप्रील 2017) (वर्ष 10, मास 112, अंक 224) केर “बालानां कृते” स्तम्भमे प्रकाशित ।
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