गिरगिट
(बाल कविता)
गिरगिट छेँ की ?
रंग बदलै छेँ खनें
- खनें ।
गिरगिट केहेन ??
सोचए बच्चा मनें
- मनें ।।*१
वन-उपवन बाड़ी-झाड़ी, सभ
ठाँ भेटैत अछि ।
ठण्ढीक भोरमे बैसल, ओ रौदा सेकैत अछि ।
घऽरमे भेटैछ,
भेटैछ संगहि रणे - बने ।*२
गिरगिट छेँ की ?
रंग बदलै छेँ खनें
- खनें ।।
पहिने रंग रहए जे चामक,
चट दऽ बदलल ।
या रंगक विन्यास सकल,
आमूलहि बदलल ।
देखि अचंभित,
चकित आँखि छै
कने-कने ! *३
गिरगिट छेँ की ?
रंग बदलै छेँ खनें
- खनें ।।
गोहि आओर सनगोहि, भाए छी
गिरगिट केर ।
मुदा पैघ ने, ओतेक काय छी
गिरगिट केर ।
जीह निकालि कऽ,
पकड़ए कीड़ा
क्षणें - क्षणें ।*४
गिरगिट छेँ की ?
रंग बदलै छेँ खनें
- खनें ।।
संकेत आ किछु
रोचक तथ्य -
*१ - “गिरगिट” शब्दक अर्थ
मैथिलीमे बहुत व्यापक अछि जे अपना आपमे सामान्य गिरगिट, ठिकठिकिआ / घरैया गिरगिट,
गोहि, सनगोहि, डाइनोसॉर आदि सभकेँ समाहित करैत अछि । मैथिलीक गिरगिटक तुलना
अंग्रेजीक LIZARD शब्दसँ कए सकैत छी जाहिमे COMMON
GARDEN LIZARD, CHAMELEON आदि सभ आबैत अछि । गिरगिट शब्दसँ अमेरिकी महाद्वीपक IGUANA नामक सरिसृपक केर
सेहो बोध कहल जा सकैत अछि, हलाँकि ओ सामान्य गिरगिटसँ ओ बहुतहु बातमे भिन्न अछि ।
परिवेश वा इच्छानुसार चामक रंग बदलबाक गुण कमोबेश हर गिरगिटमे होइत अछि मुदा चमेलिओनाइडी / केमेलिओनाइडी कुल (Family -
Chamaeleonidae; Eng. - Chameleons) केर गिरगिट सभमे ई गुण बहुत अधिक विकसित भेल अछि । चुँकि, मैथिलीमे
ठिकठिकिआ, गोहि, सनगोहि आदि शब्द पुर्णतः परिभाषित अछि तेँ एकरा सभकेँ छोड़ि शेष
सम्बन्धित प्राणीक लेल हम एहि ठाम “गिरगिट” शब्दक प्रयोग कएल
अछि ।
*२ - सरिसृप वर्गक प्राणि होएबाक कारणेँ गिरगिट सेहो शीतरक्तीय प्राणी अछि आ तेँ
ठण्ढीक समएमे भोरुका पहर रौद सेकैत आरामसँ देखल जा सकैत अछि ।
*३ - गिरगिट रंग
बदलबामे माहिर होइत अछि । ओ अपन चामक रंग ओ रंगक विन्यास अपना आस - पासक परिवेशक
अनुसार क्षण भरिमे बदलि लैत अछि । ओना तँऽ बहुत रास समुद्री जीवमे ई गुण पाओल जाइत
अछि, मुदा धरती पर आ ओहो मनुक्खक आवास क्षेत्र केर आस - पास गिरगिटहि एहिमे सभसँ
कुशल होइत अछि । जीव विज्ञानमे एहि तरहक घटनाकेँ छलावरण या छद्मावरण (CAMOUFLAGE) कहल जाइत अछि ।
ई छद्मावरण दू तरहेँ गिरगिटकेँ सुरक्षा प्रदान करेत हछि - पहिल तँऽ वातावरणक रंगमे
स्वयंकेँ दुश्मनक नजरिसँ नुकाए लैत अछि आ दोसर आक्रामक रंग परिवर्तन कए
प्रतिद्वन्दीकेँ डेराए दैत अछि ।
*४ - गिरगिटक जीह
बेङ्ग जेकाँ होइत अछि आ मूँहसँ बाहर शिकार पर दागल जाइत अछि । जीह केर अगिला भाग
शिकारकेँ अपन लसलस लेरमे सटाए मुँहक भीतर नेने जाइत अछि ।
क्र॰
सं॰
|
जीवक मैथिली
नाम
|
अंग्रेजी नाम
|
विशिष्ट गुण
|
१
|
गिरगिट
|
LIZARDS (Including CHAMELEONS
& IGUANAS & OTHERS)
|
·
रंग बदलबामे कुशल
·
बहुतहु गिरगिटक जीहक संरचना ओ कार्य-शैली बेङ्ग जेकाँ होइछ
|
२
|
ठिकठिकिआ
(ठिकठिकिया) / घरैया गिरगिट
|
COMMON HOUSE GECKOES / HOUSE LIZARDS
|
·
रंग बदलबामे बेसी कुशल नञि
·
खतरा पड़ला पर नाङ्गरिक पछिला भागक त्याग करैछ
|
३
|
गोहि
|
MONITOR LIZARDS / VARANUSES (Including KOMODO DRAGONS)
|
·
साँप जेकाँ द्विभाजित
जीह
·
गिरगिटसँ पैघ आकार
·
रंग बदलबाक गुण नञि
|
४
|
सनगोहि
|
GOLDEN / YELLOW MONITOR LIZARD
|
·
गोहि केर एक प्रकार
·
चामक रंग किछु पीताभ
सनि होइछ आ अपना दिशि पाओल जाइछ
|
मैथिली
पाक्षिक इण्टरनेट पत्रिका “विदेह” केर 225म अंक (01 मई 2017) (वर्ष 10, मास 113, अंक 225) केर “बालानां कृते” स्तम्भमे प्रकाशित ।
No comments:
Post a Comment