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कलर्स टी॰ वी॰ राइजिंग स्टार - मैथिली ठाकुर।।
काल्हि अर्थात २३ अप्रील २०१७, रविदिन
कऽ जे किछु भेल तकर प्लॉट तँऽ सही रूपसँ आइसँ ८ दिन पहिनहि लिखा गेल छल जहिया
विक्रमजीत केँ बाइपास करैत मैथिली डाइरेक्ट फिनाले मे पहुँचाए देल गेलीह । सभ खुश
छल, मुदा हमरा मुँहसँ निकलल - “मैथिली हारि गेलीह” । हमर कनिञा पुछलन्हि - “एना किएक बजैत छी ?” हम कहलिएन्ह जे नीक
रहैत कि जनमतक अनुसार विक्रमजीतकेँ फिनालेक डाइरेक्ट टिकट भेटितन्हि आ मैथिली
सेकेण्ड फाइनलिस्ट भए पहुँचितथि । विक्रमजीतक संग जे आइ भेल से वा ताहि तरहक कोनहु
बात कहीं मैथिलीक संग फाइनलमे ने हो - सशंकित मुदा दृढ़ताक संग हम कहलिएन्हि ।
ओ कहलन्हि अहाँकेँ एनाहितहि शंका होइत अछि । अस्तु १ सप्ताह बीति गेल आ परिणाम
सामने अछि ।
परिणाम जे हो मुदा एहि संदर्भमे किछु बात स्पष्ट भेल -
(१)॰
पहिल तँऽ मैथिलीक गायन प्रतिभा उत्कृष्ट कोटिक अछि आ से
प्रतिभा विश्वक सामने उजागर भेल । मैथिलिकेँ भारतहि नञि अपितु भारतसँ बाहरक सपोर्ट
सेहो भेटलन्हि । भारतक हर स्थानसँ मैथिलक ओ आन सहृदय भाषा - भाषीक सपोर्ट
मैथिलीकेँ भेटलन्हि । NRI मैथिल लोकनि सेहो मैथिलीक पक्षमे वोटिंग कएलन्हि (हलाँकि NRI मैथिलक लॉबी आन NRI सभहक लॉबीक
अपेक्षा नगण्य अछि) ।
(२)॰
मैथिली जाहि स्थान धरि पहुँचलीह से अपन वास्तविक पहिचानक
संग, नञि कि बिहारी वा डेलहाइटक छद्म पहिचानक संग । मैथिली सदैव मिथिलावासी ओ
मैथिलीभाषी होयबाक पहिचान अपना संग रखलीह । किछु लोकक मानब छन्हि जे जँ मैथिली छद्म
पहिचान धारण करितथि तँऽ ओ जीति जइतथि । हमर कहब अछि जे ई धारणा निराधार अछि, कारण
एहिसँ पहिनहु किछु लोक अपन असली पहिचान नुकाए जीत प्राप्त करबाक असफल प्रयास कए
चुकल छथि । हमरा जनैत, हारि केर डऽरसँ अपन वास्तविक पहिचान नुकाएब वा छद्म पहिचान
धारण करब तँऽ सभसँ पैघ हारि अछि ।
(३)॰
मैथिलीक वोट प्रतिशतमे बादमे आयल कमी सपोर्ट केर कमी नञि
अपितु मैथिलीक प्रति भेल निगेटिव वोटक कमाल छी । मैथिल लॉबीक किछु लोक सेहो एहि
तरहक वोटिंग कएलन्हि मुदा से आन लॉबीक निगेटिव वोटिंगक तुलनामे नगण्य छल । कारण मिथिलामे
एखनहु लोक व्यापक रूपमे निगेटिव वोटिंग करबाक पक्षमे नञि रहैत छथि । हुनिकर सभक
मानब रहैत छन्हि जे निगेटिव वोटिंग करब पापक भागी बनब थिक ।
(४)॰
एकर अतिरिक्त निर्णयक आन बहुत किछु झाँपल प्रक्रिया होइत छै
जे हमरा सभक बुद्धिसँ परे अछि, तेँ एहि ठाम ओकर सभक चर्च नञि करब ।
ओना तँऽ प्रायः हम कोनहु नऽव कलाकारक
विषयमे नञि लिखैत छी, मुदा पछिला ३ महीना (१२ सप्ताह) हमरा लिखबाक लेल बाध्य कएलक
। किछु बात इण्टरनेटक माध्यमसँ मैथिली धरि पहुँचाबए चाहब (ओना ताहि बातकेँ सुनब वा
नञि सुनब हुनिका पर निर्भर करैत छन्हि, सुनबाक बाध्यता नञि अछि) -
(१)॰
एक विशिष्ट सीमा
धरि पहुँचलाक बाद एकटा नीक कलाकारकेँ एहि प्रकारक हारि - जीतसँ कोनहु विशेष फर्क
नञि पड़ैत छै आ अहाँ ओहि सीमाकेँ पार कए चुकल छी ।
(२)॰
जीत - हारि
जिनगीक सतत प्रक्रिया थिक जे हमेशा संग चलैछ तेँ सतत आगाँ बढ़बाक प्रयास करैत रही
।
(३)॰
अपन माए-बाप,
मातृभाषा ओ मातृभूमिक पहिचान देब कथमपि गलत नञि होइछ आ तेँ अहाँ गलती नञि कएलहुँ ।
(४)॰
अहाँक अन्तिम प्रस्तुतिक
बाद श्री शंकर महादेवनजी जे कहलन्हि से अनुकरणीय । मैथिलीक संग आनहु भाषासभ ओ
विभिन्न प्रकारक मंचसभ पर गाउ, आन भाषा ओ आन तरहक गायकी सेहो सीखू । अपन मातृभाषा
ओ मातृभूमिक पहिचानक संग आन भाषासभ मे गायन कथमपि अनुचित नञि थिक ।
(५)॰
स्व॰ महेन्द्र
कपूरजीक पहिचान पंजाबी भाषीक रूपमे आ श्रीमति सुमन कल्याणपुरजीक पहिचान मराठी
भाषीक रूपमे अछि । मुदा दूनू गोटे मैथिली फिल्म “ममता गाबए गीत” मे जे गीत सभ
गओलन्हि से अमर अछि । एखनहु बेर बेर सुनबाक इच्छा करैत अछि ।
अन्तमे मैथिलीक उज्ज्वल भविष्यक कामनाक
संग अनियमितताक रहितहुँ कलर्स टी॰ वी॰ राइजिंग स्टार टीम ओ तीनू जज लोकनिकेँ बहुत
बहुत धन्यवाद ।
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