चीता (बाल
कविता)
चित्रकाय - चीता
प्रशिद्ध अछि,
भारत भरिमे
भेल विलुप्त ।
संस्कृतक अछि
देल नाँओ,
पर संस्कृतक क्षेत्रहिसँ लुप्त ।।*१
“भारतीय चीता” बाँचल अछि,
अगबहि आब
ईरानमे ।
किछु केर आशा छी
एखनहु,
ओ भेटत
बलुचिस्तानमे ।।*२
ईरानक चीता ओएह बूझू,
जे छल भारत
केर चीता ।
भारत आ भारतसँ पच्छिम,
एसियामे छल इएह चीता ।।*२
चीता केर इएह एक
प्रजाति,
छल एसियाक सभ टा
चीता ।
बाँकी चारि प्रजाति शेष जे,
अफ्रिकाक से अछि चीता ।।*२
जतबा धरतीक जन्तु
एखन,
स्थलमंडल पर
विचरैत अछि ।
सभसँ बेसी त्वरित
वेगसँ,
चीतहि टा बस
दौड़ैत अछि ।।*३
बाघ-सिंह-तेन्दुआ
जे अछि से,
प्रायः रातिचर प्राणी ।
जगुआरक दिन - राति
समानेँ,
चीता दिनचर
प्राणी ।।*४
अल्प समयमे
त्वरित वेगसँ,
करैछ खेहारि
शिकार ।
बारहसिंघा, हरीन,
नीलगाए,
खढ़िआ आदि
शिकार ।।
अल्प समयमे
त्वरित वेगसँ,
हकमि जाइत अछि
चीता ।
कए शिकार, नञि खाऽ सकैछ,
ओ आधा - पओने
घण्टा ।।*५
निर्बल ओ असहाय देखि कऽ,
आन उठाबैछ फायदा ।
मारल शिकारकेँ
लए भागैछ,
चीता आ सिंह -
लकड़बग्घा ।।*५
भूखल चीता उठैछ पुनः आ,
फेरहु करैछ
शिकार ।
जँ तकदीर नीक एहि
बेर तँऽ,
बनैछ शिकार - आहार ।।
भारतीय -
चीता भारतमे,
करए फेरसँ
बास ।
तकर
व्योंतमे अछि लागल,
आब भारत केर
सरकार ।।
देशक ई भोतिआएल
धरोहरि,
प्राप्तिक होइछ
प्रयास ।
जतन भऽ रहल
भारत-भू पर,
चीताक हो
पुनर्बास ।।*६
संकेत आ किछु
रोचक तथ्य -
*१ - संस्कृतक “चित्रक” वा “चित्रकाय” शब्दसँ “चीता” शब्दक उत्पत्ति भेल अछि । मुदा “भारतीय चीता” आब भारतसँ विलुप्त (EXTINCT) भऽ चुकल अछि ।
*२ - “भारतीय चीता” एखन मात्र ईरान देशमे बाँचल अछि आ तेँ ओकरा आब “ईरानी चीता” कहि सम्बोधित कयल जाइत अछि । किछु लोकक कहब अछि जे भारतीय चीता बलुचिस्तानमे सेहो बाँचल भऽ सकैत अछि मुदा तकर पुष्टिक लेल कोनहु वैज्ञानिक अध्ययन नञि कयल गेल अछि ।
*३ - जिबैत चीताक कुल पाँच प्रजाति (SUB SPECIES) अछि । पहिल प्रजाति एसिया महाद्वीपमे भेटए बला “भारतीय या ईरानी चीता” अछि आ शेष चारिटा प्रजाति अफ्रिका महाद्वीपमे पाओल जाइत अछि ।
*४ - बाघ, सिंह आ तेनुआ आदिक विपरीत चीता मुख्यतः दिनचर जन्तु अछि आ दिनहिमे शिकार करैत अछि । चीता अपन घ्राण शक्ति वा सुँघबाक शक्तिक आधार पर नञि अपितु दृष्टि वा देखबाक क्षमताक बलेँ शिकार करैत अछि ।
*५ - चीता बहुत कम समयावधिमे बहुत बेसी गति धरि पहुँचि सकैत अछि । गति पकड़बाक एहि त्वरित प्रक्रियाक कारणेँ चीताक त्वरण (ACCELERATION) धरती पर विचरण कएनिहार जन्तुसभमे सभसँ बेसी अछि । शिकार करबा काल चीताक औसत गति (AVARAGE SPEED) 64 कि॰मि॰ प्रति घण्टा रहैत अछिपर शुरुआति गति 112 कि॰मि॰ प्रति घण्टा धरि भऽ सकैत अछि । गति पकड़बाक एहि त्वरित प्रक्रिया अर्थात अत्यधिक त्वरणक कारणेँ चीताक शरीर बहुत बेसी गर्म भऽ जाइत अछि जाहिसँ चीता बहुत बेसी थाकि जाइत अछि । ओ एतबा थाकि जाइत अछि जे अपन पकड़ल शिकारकेँ अपना सोझाँमे राखि आधा - पओन घण्टा सुस्ताइत अछि आ तकरा बादहि ओ एहि शिकारकेँ खाइत अछि । बहुधा ओकर क्लांति वा हकमीक फायदा आन मांसाहारी जन्तुसभ (यथा - आन चीता, बाघ, सिंह, लकड़बग्घा, हुड़ार आदि) उठबैत अछि आ सुस्ताइत चीताक सोझाँसँ ओकर शिकार लऽ कऽ भागि जाइत अछि आ बेचारा चीता विवश भऽ से देखैत रहि जाइत अछि ।
*६ - भारतीय चीताकेँ ईरानसँ आनि फेरसँ भारत जंगलसभमे पुनर्वासित
करबाक प्रयास भारत सरकार द्वारा कएल जा रहल अछि ।
*अंग्रेजीक पॅन्थर (PANTHER) शब्द चीताक अतिरिक्त तेनुआ ओ जगुआर लेल सेहो प्रयुक्त होइत
अछि ।
मैथिली
पाक्षिक इण्टरनेट पत्रिका “विदेह” केर 210म अंक (15 सितम्बर 2016) (वर्ष 9, मास 105, अंक 210) केर “बालानां कृते” स्तम्भमे प्रकाशित ।
Hyena In Hindi
ReplyDeleteलकड़बग्घा की रोचक तथ्य
Girls Whatsapp Number List
ReplyDelete