जगुआर (बाल
कविता)
जगुआरक मतलब नञि
चीता,
ओ तँऽ आनहि जीव छी ।
किछु-किछु
तेन्दुआ सनि देखबामे,
मुदा ओ आनहि जीव
छी ।।*१
तेसर पैघ बिलाड़ि
अछैतहु,
बहुतहि ओ शक्तिशाली ।
छोट मुदा
सुगठित काय छै,
फुर्ती छै सब पर भारी ।।
छोट मुदा
खूब मोट पएर छै,
बड़ छै पएरक मजगूती
।
मगर - काछुकेँ चीड़ि सकैतछि,
दाँतक ततबा मजगूती
।।*२
हरीन आदि प्राणिक
बुझलहि अछि,
पैघ बिलाड़ि
शिकार करैछ ।
साँप - मगर -
कछुआ सरिसृप जे,
तकरहु ने जगुआर
छोड़ैछ ।।*२
दिनचर छी, रातिचर सेहो ओ,
जखन मोन, शिकार
करैछ ।*३
नबका दुनिञा केर बासी
अछि,
दच्छिन-माँझ
विहार करैछ ।।*१
तेन्दुआ आओर बिलाड़ि
जेकाँ ओ,
आसानीसँ गाछ चढ़ैछ
।
पानि हेलि कऽ ओ बाघहि सनि,
नदी - धारकेँ पार करैछ ।।
“जगुआरेट” आमेजन घाटीक,
भाषा केर छी शब्द ।
तकरहिसँ जगुआर
बनल अछि,
अंग्रेजीक नञि शब्द ।।*४
अहँसभकेँ जँ फुरए
नऽव किछु,
कही मैथिली
नाम ।
ता धरि जगुआरहि
मिथिलामे,
एहि जीवक भेल नाम
।।*४
संकेत आ किछु
रोचक तथ्य -
*१ - आइ - काल्हि जगुआर या जैग्युआर (JAGUAR) शब्द श्रव्य ओ दृश्य माध्यम (AUDEOVISUAL MEDIA) पर बेसी चर्चित
भऽ गेल अछि आ कतेकहु बेर ओकर भ्रामक अर्थ “चीता” धिया-पुतसभकेँ बताओल जाइत अछि । मुदा से नञि, चीता ओ
जगुआर दूनू दू जन्तु अछि - एकदम भिन्न । चीता पुरना दुनिञाक (एसिया ओ अफ्रिका
महादेशक) मूल निवासी अछि जखनि कि जगुआर नबका दुनिञाक (दछिनबारी ओ उतरबारी अमेरिका
महादेशक) मूल निवासी । जगुआर सम्पुर्ण दछिनबारी अमेरिका आ उतरबारी अमेरिकाक माँझ ओ
दछिनबारी भागक वन्य क्षेत्रमे पाओल जाइत अछि । जगुआर बहुत किछु तेन्दुआ सनि
लागैत आछि, मुदा तेन्दुआसँ सेहो भिन्न अछि । जगुआरक चाम पर बनल कारी
घेरेबाक बीचमे एकटा कारी बुनका रहैत अछि पर, तेनुआमे से नञि । बाँकी, आन
अन्तरसभ तँऽ अछिअहि ।
*२ - जगुआर बिलाड़ि कुलमे (Family - FELIDAE) आकार ओ भारक अनुसारेँ तेसर (क्रमशः बाघ ओ सिंहक बाद) सभसँ
पैघ सदस्य अछि मुदा ताहि अनुरूपेँ ओ बहुत शक्तिशाली होइत अछि । बिलाड़ि कुलक आन
कोनहु सदस्य मगर ओ काछु केर शिकार नञि करैत अछि मुदा जगुआर अपन शक्तिशाली श्वदन्त दाँत (CANINE TEETH) ओ हन्वास्थिक (MANDIBLE) बलेँ मगरक मजगूत खाल ओ कछुआक मजगूत खोलकेँ चीड़ि दैत अछि ।
*३ - बाघ, सिंह आ
तेनुआ मुख्यतः रातिचर होइत अछि जखनि कि चीता दिनचर । मुदा जगुआर दिनचर ओ रातिचर
दूनू होइत अछि, मतलब कि ओ दिन ओ राति दूनू समय समान रूपेँ शिकार करबामे सक्षम
अछि आ शिकार करैत अछि ।
*४ - अंग्रेजीक “जगुआर” शब्द आमेजन घाटीक क्षेत्रीय भाषाक शब्द “जगुआरेट” सँ लेल गेल अछि आ तेँ एहि ठाम मैथिलीमे सेहो हम ओहि शब्दक
यथावत प्रयोग कयल अछि । मैथिलीमे जगुआर विदेशज श्रेणीक शब्द भेल ।
मैथिली
पाक्षिक इण्टरनेट पत्रिका “विदेह” केर 210म अंक (15 सितम्बर 2016) (वर्ष 9, मास 105, अंक 210) केर “बालानां कृते” स्तम्भमे प्रकाशित ।
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