मैट्रिकक तैय्यारी
पएर तर बगरा, बाप रौ बाप !*१
आब की करियै, आहि
रौ बाप ! !
नओमाकेँ हम किछु ने
बुझलियै ।
भरि नओमा हम खेलि गमेलियै
।
कहुना नओमा पास भऽ गेलियै
।
छओ महिना फेर खुशी
मनेलियै ।
मैट्रिकमे दसमेक पुछै छै, नओमामे
तेँ बेपरवाह ।*२
पएर तर बगरा, बाप रौ बाप ! !
दूर्गापूजा खूब
घुमलियै ।
नाटक, थेटर, नाच देखलियै
।
दियाबाती छठि*३ मनेलियै ।
फॉर्म बोर्ड केर, सेहो
भरलियै ।
दसमा केर सिलेबस एतबे,
चारि मासमे दस – दस चास ।
पएर तर बगरा, बाप रौ बाप ! !
ठण्ढी आ
शीतलहरी एलै ।
साटा पर कत’ मैच
खेललियै ।
कतहु खेललियै, कतहु
देखलियै ।
जीत – हारि दुनु खूब
मनेलियै ।
पढ़बा कालमे ठण्ढी लागय,
ट्वेण्टी – ट्वेण्टी केर उछाह ।
पएर तर बगरा, बाप रौ बाप ! !
नऽव बरख, बनभोजो केलियै ।
मंगलमयक सनेश
पठेलियै ।
लाई, चुड़लाई आ तिलबा
खेलियै ।
खिच्चरि – दऽही संगे
देलियै ।
प्रात भने बुझना
गेलै, छै मास एक मैट्रिक केर – आह !
पएर तर बगरा, बाप रौ बाप ! !
“एटम बम” कण्ठस्थ रटलियै
।*४
“गेस पेपर” केँ खूब चटलियै ।*५
महाबीरजीकेँ गोहरेलियै ।*६
जोड़ा - छागर कबुला
केलियै ।*७
हाथ परीक्षाफल आयल तँऽ, जेना
सूँघि नेने हो साँप !
पएर तर बगरा, बाप रौ बाप ! !
*१ - पएर तर बगरा, बाप रौ बाप – ई एकटा बुझौअलि अछि जकर मतलब
होइत अछि “आगि” ।
*२ – आइ काल्हि बहुत रास धियापुता मोनमे ई विचार बहुत
दृढ़तासँ पोषने रहैत छथि कि मैट्रिक केर पाठ्यक्रममे मात्र दशमे वर्गक पाठ्यक्रमसँ
पूछल जाइत अछि । ई विचार अत्यन्त भ्रामक अछि । उदाहरणार्थ जँ नओमाक रसायनशास्त्रमे
परमाणु संरचना, संयोजकता आदि नञि पढ़ने छथि तँऽ हुनिकालोकनिकेँ दशमाक रासायनिक
बन्धन, रासायनिक समीकरण संतुलन आदि कोना कऽ बुझबामे अओतन्हि ।
*३ - उच्चारण भेल “छइठ” ।
*४ – “एटम बम” – एक प्रकारक अति सम्भावित प्रश्न सभक
पुस्तिका थिक, जकर नाँव सँ मिथिलाक बच्चा – बच्चा (आ तेँ पैघलोकनि सेहो) चिर – परिचित छथि । ई कोनो “बम” वा “बम बनएबाक
पुस्तिका” नञि अछि ।
*५ – “गेस पेपर” – एहि नाम सँ तँऽ पूरा देशे सुपरिचित अछि ।
*६ आ *७ – महाबीरजी वा
अप्पन – अप्पन आन आराध्य देवी – देवता सभक परिचायक ।
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