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मिथिलाभाषाक (मैथिलीक) बोलीसभ

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Saturday, 3 April 2021

पद्य - २४‍३ - प्रकाश संश्लेषण (बाल कविता)

 प्रकाश संशलेषण (बाल कविता)









सम्पादक महोदय आ सम्पादन सहयोग मण्डलीसँ निवेदन -

 

·        विज्ञान विषयक लेखक लेल नित नऽव पारिभाषिक शब्द सभक आवश्यकता पड़ैछ । एहि प्रकारक पारिभाषिक शब्द सभ कोनहु भाषा मे ओकर मातृक मूल भाषासँ बनाओल जाइछ, यथा अंग्रेजी मे लैटिनसँ  मैथिलीमे संस्कृतसँ 

·        तेँ निवेदन अछि जे हमरा द्वारा प्रकाशनार्थ प्रेषित गीत  कविता  लेखसभमे प्रयुक्त शब्दसभकेँ यथावत रहए देल जाओ । अर्थात् पारिभाषिक तत्सम शब्दसभकेँ तत्समे रह्ए देल जाओ, ओकर तद्भवीकरण नञि कएल जाओ । यथा - प्रकाशकेँ प्रकास वा संश्लेषणकेँ संस्लेसन नञि कएल जाओ ।

·        सादर धन्यवाद ।

 

 

कोनहु एक वा अधिक वस्तुसँ,  नऽव वस्तु जँ आन बनैछ ।

नऽव वस्तु बनबाक क्रियाकेर, संश्लेषण छी नाम पड़ैछ ।।

 

पानि ओ कार्बन-डाइ-ऑक्साइडक,  मेलसँ  सूर्य - प्रकाशमे ।

ग्लूकोजक  संश्लेषण  होइतछि,  गाछक  हरियर  भागमे ।।

 

दू प्रकारकेर  पृथक अणुसँ,  तेसर  अणु  विशिष्ट  बनैछ ।

एहि प्रकार बनबाक क्रियाकेँ,  संश्लेषण  विज्ञान  कहैछ ।।

 

एहि संश्लेषणकेर चरण किछु,  बिनु  प्रकाशकेर छी सपना ।

तेँ  प्रकाश संश्लेषण  कहबैछ,  जीवशास्त्रमे    घटना ।।

 

एहि घटना लए हरित लवक नामक उपांग अतिआवश्यक ।

हरित लवकमे पर्णहरित, नामक  वर्णककेर  सभ नाटक ।।

 

इएह विशिष्ट उपांग आ वर्णक,  स्वपोषीक साम्राज्य गढ़ैछ ।

स्वपोषी ओ जे  निज भोजन,  संश्लेषित कऽ कऽ बनबैछ ।।

 

विश्वक  बेसीतर   स्वपोषी,   एहिना  संश्लेषण  करइछ ।

शेष आन,  किछु आन तरहसँ,  भोजन संश्लेषित करइछ ।।

 

शेष  जीव  जे  परपोषी  छी,  स्वपोषीपर  निर्भर  अछि ।

भोज्य  पिरामीडक  आधारमे,  स्वपोषीकेर  स्तर  अछि ।।

 

चाहे एकसरि वा हो समेकित,  पर्णहरितयुत जिबैत कोश ।

संश्लेषण करबामे सक्षम,  एहि तरहक छी हर एक कोश ।।

 

कहबैतछि सायनो-बैक्टिरिया, नील-हरित-सेमार  अपन ।

शुरू कएल  सबसँ पहिने,  प्रकाश  आधारित  संश्लेषण ।।

 

उत्सर्जित कएलक ऑक्सीजन, प्राणवायु आजुक जीवक ।

धरती केर वायुमण्डलमे, मुक्त ने छल से ऑक्सीजन ।।

 

गाछ-बिरिछसभ श्वसनक्रियामे, ऑक्सीजन जतबा लैतछि ।

तकर द्विगुण ऑक्सीजन प्रायः,  संश्लेषणमे ओ दैतछि ।।

 

वायुमण्डलकेर ऑक्सीजन,  गाछ-बिरिछपर निर्भर अछि ।

धरतीकेर हरियरी बुझू ,  बाँकी जीवनकेर  रक्षक अछि ।।

 

नोट -

·        हरित लवक = CHLOROPLAST

·        पर्णहरित / पर्णहरिम = CHLOROPHYLL

·        वर्णक = PIGMENT

·        उपांग = कोशिका उपांग = CELL ORGANELLE

·        प्रकाश संश्लेषण = साँस छोड़ब (+साँस लेब) = To EXHALE (+ To INHALE) = To RESPIRE / RESPIRATION

·        स्वपोषी = भोजन संश्लेषित कएनिहार जीव = AUTOTROPHS

·        प्रकाश संश्लेषी स्वपोषी = PHOTO AUTOTROPHS

·        परपोषी = भोजन संश्लेषित कएनिहार जीव = स्वपोषी जीव द्वारा संश्लेषित भोज्य पदार्थकेर उपभोग कएनिहार जीव = HETEROTROPHS

·        भोज्य पिरामीड = भोजन पिरामीड = FOOD PYRAMID

·        नील-हरित-सेमार (मैथिली) = नील-हरित-शैवाल (हिन्दी) = BLUE-GREEN-ALGAE (In ENGLISH) = CYANOBACTERIA (In BIOLOGY)

 

20/03/2018 कऽ ई-मेलक माध्यमसँ मैथिली साहित्य मंच हैदराबाद-सिकन्दराबादसँ प्रकाशित देसिल बयना नामक स्मारिकाकेँ प्रकाशनार्थ प्रेषित । (बादमे प्रकाशित सेहो) ।




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