प्रकाश संशलेषण (बाल कविता)
सम्पादक महोदय आ सम्पादन सहयोग मण्डलीसँ निवेदन -
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विज्ञान विषयक लेखक लेल नित नऽव पारिभाषिक शब्द सभक आवश्यकता पड़ैछ ।
एहि प्रकारक पारिभाषिक शब्द सभ कोनहु भाषा मे ओकर “मातृक मूल भाषा” सँ बनाओल जाइछ, यथा अंग्रेजी मे लैटिनसँ आ मैथिलीमे संस्कृतसँ । ·
तेँ निवेदन अछि जे हमरा द्वारा प्रकाशनार्थ प्रेषित गीत कविता
लेखसभमे प्रयुक्त शब्दसभकेँ यथावत रहए देल जाओ । अर्थात् पारिभाषिक तत्सम शब्दसभकेँ तत्समे रह्ए देल
जाओ, ओकर तद्भवीकरण नञि कएल जाओ । यथा - प्रकाशकेँ प्रकास वा संश्लेषणकेँ संस्लेसन नञि कएल जाओ । ·
सादर धन्यवाद ।
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कोनहु एक वा अधिक
वस्तुसँ, नऽव वस्तु जँ आन बनैछ ।
नऽव वस्तु बनबाक
क्रियाकेर, “संश्लेषण” छी नाम पड़ैछ ।।
पानि ओ
कार्बन-डाइ-ऑक्साइडक, मेलसँ सूर्य - प्रकाशमे ।
ग्लूकोजक संश्लेषण होइतछि, गाछक हरियर भागमे ।।
दू प्रकारकेर पृथक अणुसँ, तेसर अणु विशिष्ट
बनैछ ।
एहि प्रकार बनबाक
क्रियाकेँ, “संश्लेषण” विज्ञान कहैछ ।।
एहि संश्लेषणकेर
चरण किछु, बिनु प्रकाशकेर छी सपना ।
तेँ “प्रकाश संश्लेषण”
कहबैछ, जीवशास्त्रमे ई घटना
।।
एहि घटना लए “हरित लवक” नामक उपांग अतिआवश्यक ।
हरित लवकमे “पर्णहरित”, नामक
वर्णककेर सभ नाटक ।।
इएह विशिष्ट उपांग आ वर्णक, स्वपोषीक साम्राज्य गढ़ैछ ।
स्वपोषी ओ जे निज
भोजन, संश्लेषित कऽ कऽ बनबैछ ।।
विश्वक बेसीतर स्वपोषी,
एहिना संश्लेषण करइछ ।
शेष आन, किछु आन
तरहसँ, भोजन संश्लेषित करइछ ।।
शेष जीव जे परपोषी
छी, स्वपोषीपर निर्भर अछि
।
भोज्य पिरामीडक आधारमे, स्वपोषीकेर स्तर अछि
।।
चाहे एकसरि वा हो समेकित, पर्णहरितयुत जिबैत कोश ।
संश्लेषण करबामे सक्षम, एहि तरहक छी हर एक कोश ।।
कहबैतछि “सायनो-बैक्टिरिया”, नील-हरित-सेमार अपन ।
शुरू कएल सबसँ पहिने,
प्रकाश आधारित संश्लेषण ।।
उत्सर्जित कएलक “ऑक्सीजन”, प्राणवायु आजुक जीवक ।
धरती केर वायुमण्डलमे, मुक्त ने छल से “ऑक्सीजन” ।।
गाछ-बिरिछसभ श्वसनक्रियामे, ऑक्सीजन जतबा
लैतछि ।
तकर द्विगुण ऑक्सीजन प्रायः, संश्लेषणमे ओ दैतछि ।।
वायुमण्डलकेर ऑक्सीजन, गाछ-बिरिछपर निर्भर अछि ।
धरतीकेर हरियरी बुझू , बाँकी जीवनकेर
रक्षक अछि ।।
नोट -
·
हरित लवक = CHLOROPLAST
·
पर्णहरित / पर्णहरिम = CHLOROPHYLL
·
वर्णक = PIGMENT
·
उपांग = कोशिका
उपांग = CELL
ORGANELLE
·
प्रकाश संश्लेषण
= साँस छोड़ब (+साँस लेब) = To EXHALE (+ To INHALE) = To RESPIRE
/ RESPIRATION
·
स्वपोषी = भोजन
संश्लेषित कएनिहार जीव = AUTOTROPHS
·
प्रकाश संश्लेषी
स्वपोषी = PHOTO
AUTOTROPHS
·
परपोषी = भोजन
संश्लेषित कएनिहार जीव = स्वपोषी जीव द्वारा संश्लेषित भोज्य पदार्थकेर उपभोग
कएनिहार जीव = HETEROTROPHS
·
भोज्य पिरामीड =
भोजन पिरामीड = FOOD
PYRAMID
·
नील-हरित-सेमार
(मैथिली) = नील-हरित-शैवाल (हिन्दी) = BLUE-GREEN-ALGAE (In ENGLISH) = CYANOBACTERIA
(In BIOLOGY)
20/03/2018 कऽ ई-मेलक माध्यमसँ
मैथिली साहित्य मंच हैदराबाद-सिकन्दराबादसँ प्रकाशित “देसिल बयना” नामक स्मारिकाकेँ प्रकाशनार्थ प्रेषित । (बादमे प्रकाशित सेहो) ।
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