माँ शारदे वन्दना - १
(गीत)
जय अम्बे,
जय माँ शारदे,
विनय हमर
स्वीकार करू ।
सभहक अहाँ सुनै छी
हे माता,
हमरो बेड़ा
पार करू ।
क्षमा करू अपराध हमर सभ,
हमरो अहाँ
उद्धार करू ।
जय अम्बे,
जय माँ शारदे,
विनय हमर
स्वीकार करू ।।
नञि जानी पूजा केर
विधि माँ,
हम धिया - पुता
अज्ञानी छी ।
दिशाहीन संसार बीच
हम,
अहींक चरण - अनुगामी छी ।
हमहूँ अहींक सन्तान
छी माता,
हमरो निज करुणा दान करू ।
पथ - प्रशस्त, शुभ -
दिशाबोध,
सद्ज्ञान दियऽ, अभिमान हरू।
जय अम्बे, जय माँ
शारदे,
विनय हमर
स्वीकार करू ।।
नञि बालक प्रह्लाद
छी हम माँ,
नञि ध्रुव सन हम ज्ञानी
छी ।
आयल छी माँ अहींक
शरण मे,
कृपा दृष्टि केर
कामी छी ।
अज्ञानक अन्हार हरू माँ,
ज्ञानक ज्योति प्रदान
करू ।
नहि हमरहि, सम्पुर्ण
जगत भरि,
सभ – जन केर कल्याण
करू ।
जय अम्बे, जय माँ
शारदे,
विनय हमर
स्वीकार करू ।।
लेखकः- डॉ॰ शशिधर कुमर “विदेह”
“विदेह” मैथिली पाक्षिक इ –
पत्रिका, अंक ९९, वर्ष ५, मास ५० मे, १
फरवरी २०१२ कऽ, स्तम्भ “बालानां कृते” मे प्रकाशनार्थ प्रेषित ।
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