स्व॰ बाबू
साहेब चौधरी
Late BABU SAHEB
CHAUDHARY
(ग्राम –
दुलारपुर, पो॰ – मकरमपुर, जिला – दरभंगा)
Photo © Dr. Shashidhar Kumar “Videha”
चित्र © डॉ॰ शशिधर कुमर ““विदेह”
..........एतेक दिनक बादो हुनकर नाम हमरा स्मरण अछि । हुनकर नाम रहनि बाबू साहेब चौधरी । दरभंगा जिलाक दुलारपुर गामक निवासी बाबू साहेब चौधरी निर्लोभ, निस्स्वार्थ, निर्भीक एवं सही सोच रखनिहार मिथिला – मैथिली लेल तन-मन-धन सँ समर्पित व्यक्ति रहथि । एहने व्यक्तिक कारणे, सभ तरहक विपरीत रहितहुँ मिथिलाक भाषा, मिथिलाक संस्कृति, मिथिलाक परम्परा, एवं मिथिलाक माटि सँ बहरायल सनातन धर्म बाँचल छल, सुरक्षित छल आ एखनो अछि ।
हिनका विषय मे आन
जानकारीक लेल द्रष्टव्य -
Photo © Dr. Shashidhar Kumar “Videha”
चित्र © डॉ॰ शशिधर कुमर ““विदेह”
..........एतेक दिनक बादो हुनकर नाम हमरा स्मरण अछि । हुनकर नाम रहनि बाबू साहेब चौधरी । दरभंगा जिलाक दुलारपुर गामक निवासी बाबू साहेब चौधरी निर्लोभ, निस्स्वार्थ, निर्भीक एवं सही सोच रखनिहार मिथिला – मैथिली लेल तन-मन-धन सँ समर्पित व्यक्ति रहथि । एहने व्यक्तिक कारणे, सभ तरहक विपरीत रहितहुँ मिथिलाक भाषा, मिथिलाक संस्कृति, मिथिलाक परम्परा, एवं मिथिलाक माटि सँ बहरायल सनातन धर्म बाँचल छल, सुरक्षित छल आ एखनो अछि ।
- श्री केदार नाथ
चौधरी (उपन्यास अबारा नहितन मे पृष्ठ १२२ पर)
सन् १९४७ ई॰ मे आबि कऽ कलकत्ताक मैथिली आन्दोलनक
धारा मे एकटा नया मोड़ आयल बाबू साहेब चौधरी तथा
देवनारायण झाक आगमन सँ । उक्त दुनू महोदय प्राइवेट बस सिन्डिकेट मे काज
करैत छलाह । उच्च शिक्षाक अभाव अवश्य छलनि हिनका लोकनि मे मुदा मिथिला – मैथिलीक प्रश्न
पर क्रान्तिकारी विचारक तँ छलाहे संगहि क्रिया मे सेहो । हिनके लोकनिक प्रयासेँ
संघमे* ब्राह्मण तथा कर्णकायस्थक अतिरिक्त उषा
कम्पनी तथा अन्यान्य कार्य मे लागल श्रमजीवी लोकनि आगू ऐलाह तथा संघक सदस्य बनलाह
। एहि तरहेँ कलकत्ताक मैथिलीभाषी लोकनि तँ बंगाली समाजक मातृभाषा तथा संस्कृतिक
प्रति प्रेम सँ प्रभावित छलाहे, संघक कर्णधार लोकनिक जाति – धर्म निरपेक्ष
मानसिकता सँ उत्साहित भेलाह । संघक स्तर पर व्यवहार मे छोट-पैघ, हामिम, आ बोनिहारक
बीच भेद – भाव नहि रहल ।
( * संघ
→ मैथिल युवक
संघ → मैथिल
नवयुवक संघ →
मैथिल संघ, संस्थापक – श्री हरिश्चन्द्र मिश्र ‘मिथिलेन्दु’)
- - भारतीय
साहित्यक निर्माता प्रबोध नारायण सिंह
पृष्ठ - ५४
पृष्ठ - ५४
लेखक – राजनन्दन लाल दास
प्रकाशक – साहित्य अकादेमी, नऽव दिल्ली
॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰ एहि बीच भारत सरकार भाषाक आधार पर
राज्यक पुनर्गठन करबाक हेतु एक आयोगक गठन केलक पंडित हृदयनाथ कुंजरूक अध्यक्षता मे
। आयोग कलकत्ता आयल तँ १२ फरवरी १९५५ ई॰ केँ बाबू साहेब चौधरीक नेतृत्त्व मे अलग
मिथिला राज्यक माँग एक स्मारपत्र द्वारा प्रस्तुत कएल गेल आयोग केँ ।
- - भारतीय
साहित्यक निर्माता प्रबोध नारायण सिंह
पृष्ठ - ५५
लेखक – राजनन्दन लाल दास
प्रकाशक – साहित्य अकादेमी, नऽव दिल्ली
Karnamrit - ed. Arjun lal karna, Rajnandan lal das and Narayan Pd. Karna vol.xxii no.86 Apr.-June 2002.
This is a special number dedicated to the memory of a stalwart organiser of the Maithili movement Late Babu Saheb Choudhary,whose base of activity was Kolkata. He took keen interest in the publication of Maithili books and periodicals like Mithila Darshan & Maithili Darshan .He was a dramatist and wrote a drama named Kuhesh.He propagated to introduce Maithili language in the 8th schedule of the Indian Constitution, movement for separation of Mithila State, issue a postal stamp on Vidyapati, naming North Bihar express as Mithila Express and recognition of Maithili by Sahitya Akademi and many other issues.
This is a special number dedicated to the memory of a stalwart organiser of the Maithili movement Late Babu Saheb Choudhary,whose base of activity was Kolkata. He took keen interest in the publication of Maithili books and periodicals like Mithila Darshan & Maithili Darshan .He was a dramatist and wrote a drama named Kuhesh.He propagated to introduce Maithili language in the 8th schedule of the Indian Constitution, movement for separation of Mithila State, issue a postal stamp on Vidyapati, naming North Bihar express as Mithila Express and recognition of Maithili by Sahitya Akademi and many other issues.
He also started Maithili Art Press and was one of the founders of Akhil Bhartiya Mithila Sangh, Kolkata.
He expired on 21 Aug. 1998 at his birth place at Dularpur (Darbhanga). Maithili world has been bereft of the sevices of a dedicated soldier.
He expired on 21 Aug. 1998 at his birth place at Dularpur (Darbhanga). Maithili world has been bereft of the sevices of a dedicated soldier.
"विकास ओ अर्थतन्त्र" नामक पोथीमे स्व. बाबू साहेब चौधरीजी पर एक टा लेख अछि जकर स्कैन कॉपी नीचाँ देल जा रहल अछिः-
पृष्ठ - २८५ सँ २९३
पृष्ठ - २८५ सँ २९३
लेखक – श्री नरेन्द्र झा
प्रकाशक – अंतिका प्रकाशनप्रकाशनप्रकाश, गाजियाबाद (उ.प्र.)
"अपन गाम" नामक नाटकक पोथीसँ स्व. बाबू साहेब चौधरीजीसँ सम्बन्धित किछु पृष्ठक स्कैन कॉपी नीचाँ देल जा रहल अछिः-
लेखक – स्व. अयोध्यानाथ सिंह ठाकुर
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