श्री
गणपति वन्दना (गीत)
जय गणेश गजवदन विनायक
।
जय जय हे गणपति
गणनायक ।।
गौरीसुत हे गिरिजानन्दन ।
प्रथमपुज्य हे
सादर वन्दन ।
सकल अमंगल विघ्न विनाशक ।
जय जय हे गणपति
गणनायक ।।
भालचन्द्र अहँ एकदन्त ।
हे शंकरसुवन
भवानीनन्दन ।
सकल कार्य सिद्धी शुभ दायक ।
जय जय हे गणपति गणनायक
।।
पीतवसन, आँजी कर
शोभित ।
महाकाय, मूसहि पर
राजित ।
मोदकप्रिय
अँहीँ सिद्धीविनायक ।
जय जय हे गणपति
गणनायक ।।
जय हे वक्रतुण्ड
लम्बोदर ।
जय हे गणाध्यक्ष
सुरेश्वर ।
रिद्धि-सिद्धि
स्वामी सुखदायक ।
जय जय हे गणपति
गणनायक ।।
मैथिली पाक्षिक इण्टरनेट पत्रिका “विदेह” केर 192म अंक (15 दिसम्बर 2015) (वर्ष 9, मास 96, अंक 192) मे प्रकाशित ।
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