प्लास्टिक पन्नी जुनि डाहू (बाल विज्ञान कविता)
भारत सरकारक नारा अछि,
स्वच्छ ओ सुन्नर भारत ।
तेँ कचरासब खड़रि बहारल,
आगि
लगा कऽ जारब ।।
आगिक संसर्गें
पवित्र सब,
छै से पुरनका
कहबी ।
कचरा केर
आसान व्योंत,
कागज वा गोबर - कर्सी ।।
मुदा
एखनुका कचरामे,
पन्नी आ
प्लास्टिक बेस ।
तकरा जरने वायुक दूषण,
बाढ़ैछ साँसक
क्लेश ।।
कार्बन-डाइ-ऑक्साइड बढ़ैछ,
नञि बेसी चिन्ताक
बात ।
गाछ-बिरिछ तकरा बदलामे,
दैछ ऑक्सीजन
साफ ।।*१
पर
ओकरो बेसी
मात्रा,
करइछ दूषणक समस्या ।
हरियर घऽर प्रभाव एखनुका,
अछि बड़ पैघ समस्या ।।*२
मुदा जारने प्लास्टिक-पन्नी,
‘डाइ-ऑक्सिन’ निकलैछ ।*३
अति-अतिसूक्ष्म प्रमाण मुदा,
बड़ घातक विष से
होइछ ।।
साँससँ सीधे
पसरि खूनमे,
सौंसे देह
फिरैछ ।
कैन्सरजनक छी, संगे बहुतो,
हार्मोनक दुःख दैछ ।।
प्लास्टिक - पन्नी जुनि डाहू,
कचरासँ बीछि निकालू
।
पुनर्चक्र
लेल बेचू अथवा,
माटि खोधि
कऽ गाड़ू ।।*४
भारत स्वच्छ हो नीक मुदा,
की उचित छियै -
से बूझू ।
नव कचरा, तकरा निपटानक
उचित तरीका
सीखू ।।*५
*१ - गाछ - बिरिछ सेहो आन जीव जेकाँ साँस लेबाक प्रक्रियामे
(श्वसन प्रक्रियामे) ऑक्सीजनहि लैछ आ कार्बन-डाइ-ऑक्साइड छोड़ैछ । मुदा
प्रकाश-संश्लेषणक प्रक्रियामे जतबा कार्बन-डाइ-ऑक्साइड लैछ ओतबहि ऑक्सीजन छोड़ैछ ।
तेँ सामान्य भाषामे कहल जाइछ जे हरियर गाछ-बिरिछ कार्बन-डाइ-ऑक्साइड ग्रहण कए
ऑक्सीजन दैत अछि । आ इएह ऑक्सीजन चक्र (Oxygen Cycle) थिक ।
*२ - वायुमण्डलमे कार्बन-डाइ-ऑक्साइड नामक गैस केर मात्रा
बढ़लासँ हरियर घऽर प्रभाओ/प्रभाव (Green House Effect) केर निर्माण होइछ । सामान्यतः सूर्यकिरिन केर माध्यमसँ जे
ऊष्मा-ऊर्जा धरतीकेँ भेटैछ ओकर बहुत पैघ भाग विकिरणक माध्यमेँ धरतीसँ बाहर बाहरी/बाह्य अन्तरिक्षमे पुनः आपिस भए जाइत अछि । एहिसँ अपन पृथिवी आवश्यतासँ बेसी
गर्म नञि होइछ । कार्बन-डाइ-ऑक्साइडक बढ़ल मात्रा एहि विकिरण प्रक्रियामे बाधक
होइत अछि । गर्मी धरतीक वायुमण्डलमे आबि तँऽ जाइत अछि मुदा अपेक्षित गतिसँ बाहर
नञि जाए पाबैत अछि । तेँ पृथिवीक औसत तापमान बढ़ए लगैत अछि । इएह हरियर घऽर प्रभाओ
कहबैत अछि ।
*३ - प्लास्टिक-पन्नी आदिकेँ डाहलासँ कार्बन-मोनो-ऑक्साइड आ
कार्बन-डाइ-ऑक्साइड केर अतिरिक्त डाइ-ऑक्सिन/डाइ-ऑक्जिन (Dioxins) नामक रसायनिक पदार्थक समूहक उत्सर्जन वायुमण्डलमे होइछ जे
पर्यावरण ओ जीवक स्वास्थ्यक लेल बहुत घातक होइत अछि । ई रसायनिक पदार्थ जल्दी
अपघटित नञि होइत अछि आ साँस-सम्बन्धी बेमारी, कैन्सर आदि उत्पन्न करैछ । संगहि ई गर्भस्थ-शिशुकेँ
सेहो बड्ड नोकशान पहुँचबैछ ।
*४ - एकर प्रतिकारक सभसँ नीक उपाए अछि जे प्लास्टिक-पन्नी आदिक
उपयोग नञि करी मुदा से आजुक समएमे संभव नञि । परञ्च एतबा तँऽ अवश्य कएल जाए सकैत
अछि जे ओकरा डाहल वा जराओल नञि जाए । जँ जैविक अपशिष्ट कचरासभकेँ जराएब आवश्यकहि
होअए तँऽ ओहिमेसँ प्लास्टिक-पन्नी आदिकेँ बीछि कऽ अलग कए ली । ओकरा या तँऽ बेचि दी
जतएसँ ओ पुनर्चक्रण प्लांट धरि पहुँचि जाएत । जँ कोनहु उपाए नञि तँऽ माटि तऽरमे
दबा दी, यद्यपि ई पुर्ण-उचित उपाए नञि छी तथापि जरएबासँ कम घातक छी ।
*५ - स्वच्छताक नाम पर सोझेँ पन्नी-प्लास्टिकबला कचराकेँ डाहि
देब दोसराकेँ उछन्नर देब थिक, पुर्णतः अमानवीय थिक । सभ पक्ष विचारि कऽ काज करी ।