Tuesday, 24 April 2018
Sunday, 15 April 2018
होली आ जुड़ि शीतल
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फागुनक अन्तिम दिन "सम्मत" जड़ाओल (होलिका दहन) जाइत अछि । चैतक पहिल दिन "फागु/फगुआ/होली/होरी" खेलल जाइत अछि ।
तहिना चैतक अन्तिम दिन "सतुआनि पाबनि (उच्चारण - सतुआइन पाबैन)" होइत अछि । बैशाखक पहिल दिन "जुड़ि शीतल (उच्चारण - जुइड़ शीतल या जूड़ शीतल) / बसिया पाबनि (उच्चारण - बसिया पाबैन) / धुरिखेल / धुरखेल / धुलिखेल मनाओल जाइत अछि ।
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फागुनक अन्तिम दिन = "सम्मत" जड़ाओल (होलिका दहन) जाइत अछि ।
चैतक पहिल दिन = "फागु / फगुआ / होली / होरी" खेलल जाइत अछि ।
चैतक अन्तिम दिन = "सतुआनि (उच्चारण - सतुआइन) पाबनि" होइत अछि ।
बैशाखक पहिल दिन = "जुड़ि शीतल (उच्चारण - जुइड़ शीतल या जूड़ शीतल) / बसिया पाबनि (उच्चारण - बसिया पाबैन) / धुरिखेल / धुरखेल / धुलिखेल" होइत अछि ।
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मिथिलामे मास (चान्द्रमास) निर्धारण = विक्रम संवत अनुसारेँ, नञि कि शक संवत अनुसारेँ = चन्द्रमाक गतिक अनुसारेँ
संक्रांति (उच्चारण - सँकरांइत) आदिक निर्धारण = सुर्यक गतिक अनुसारेँ
मसादि = मासादि = मास + आदि = मासक प्रारम्भ = मासक पहिल दिन
मसान्त = मासान्त = मास + अन्त = मासक अन्त = मासक अन्तिम दिन
चन्द्र वर्ष आ सौर वर्षमे तालमेल बैसएबाक लेल "मलेमास" आदिक कल्पना ।
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विक्रम संवत अनुसारेँ, सालक पहिल मास = चैत
विक्रम संवत अनुसारेँ, सालक अंतिम मास = फागुन
विक्रम संवत अनुसारेँ, सालक पहिल पाबनि = फगुआ / होली /होरी
विक्रम संवत अनुसारेँ, सालक अंतिम पाबनि = सम्मत/ होलिका दहन
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मिथिलाब्द / लक्ष्मण संवत अनुसारेँ, सालक पहिल मास = बैशाख
मिथिलाब्द / लक्ष्मण संवत अनुसारेँ, सालक अंतिम मास = चैत
मिथिलाब्द / लक्ष्मण संवत अनुसारेँ, सालक पहिल पाबनि = जुड़ि / (जुइड़ / जूड़) शीतल / बसिया पाबनि / धुरिखेल / धुरखेल / धुलिखेल
मिथिलाब्द / लक्ष्मण संवत अनुसारेँ, सालक अंतिम पाबनि = सतुआनि / सतुआइन
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होली आ जुड़ि शीतल
*****************************************************************फागुनक अन्तिम दिन "सम्मत" जड़ाओल (होलिका दहन) जाइत अछि । चैतक पहिल दिन "फागु/फगुआ/होली/होरी" खेलल जाइत अछि ।
तहिना चैतक अन्तिम दिन "सतुआनि पाबनि (उच्चारण - सतुआइन पाबैन)" होइत अछि । बैशाखक पहिल दिन "जुड़ि शीतल (उच्चारण - जुइड़ शीतल या जूड़ शीतल) / बसिया पाबनि (उच्चारण - बसिया पाबैन) / धुरिखेल / धुरखेल / धुलिखेल मनाओल जाइत अछि ।
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फागुनक अन्तिम दिन = "सम्मत" जड़ाओल (होलिका दहन) जाइत अछि ।
चैतक पहिल दिन = "फागु / फगुआ / होली / होरी" खेलल जाइत अछि ।
चैतक अन्तिम दिन = "सतुआनि (उच्चारण - सतुआइन) पाबनि" होइत अछि ।
बैशाखक पहिल दिन = "जुड़ि शीतल (उच्चारण - जुइड़ शीतल या जूड़ शीतल) / बसिया पाबनि (उच्चारण - बसिया पाबैन) / धुरिखेल / धुरखेल / धुलिखेल" होइत अछि ।
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मिथिलामे मास (चान्द्रमास) निर्धारण = विक्रम संवत अनुसारेँ, नञि कि शक संवत अनुसारेँ = चन्द्रमाक गतिक अनुसारेँ
संक्रांति (उच्चारण - सँकरांइत) आदिक निर्धारण = सुर्यक गतिक अनुसारेँ
मसादि = मासादि = मास + आदि = मासक प्रारम्भ = मासक पहिल दिन
मसान्त = मासान्त = मास + अन्त = मासक अन्त = मासक अन्तिम दिन
चन्द्र वर्ष आ सौर वर्षमे तालमेल बैसएबाक लेल "मलेमास" आदिक कल्पना ।
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विक्रम संवत अनुसारेँ, सालक पहिल मास = चैत
विक्रम संवत अनुसारेँ, सालक अंतिम मास = फागुन
विक्रम संवत अनुसारेँ, सालक पहिल पाबनि = फगुआ / होली /होरी
विक्रम संवत अनुसारेँ, सालक अंतिम पाबनि = सम्मत/ होलिका दहन
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मिथिलाब्द / लक्ष्मण संवत अनुसारेँ, सालक पहिल मास = बैशाख
मिथिलाब्द / लक्ष्मण संवत अनुसारेँ, सालक अंतिम मास = चैत
मिथिलाब्द / लक्ष्मण संवत अनुसारेँ, सालक पहिल पाबनि = जुड़ि / (जुइड़ / जूड़) शीतल / बसिया पाबनि / धुरिखेल / धुरखेल / धुलिखेल
मिथिलाब्द / लक्ष्मण संवत अनुसारेँ, सालक अंतिम पाबनि = सतुआनि / सतुआइन
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Sunday, 1 April 2018
सांध्य गोष्ठी - 31 मार्च 2018
सांध्य गोष्ठी - 31 मार्च 2018
आइ 31 मार्च 2018 (शनिदिन) कऽ श्रीमति प्रेमलता मिश्र ‘प्रेम’जीक हनुमाननगर (पटना) स्थित आवास पर ‘सांध्य गोष्ठी’ केर सफल आयोजन सम्पन्न भेल । ई बहुभाषिक कवि गोष्ठी थिक जाहिमे मैथिलीक अतिरिक्त आनहु भाषाक कवि आ लेखक लोकनि भाग लेेलन्हि। ई पछिला नओ - दस बरखसँ हरेक महीनाक अन्तिम “शनिदिन" कऽ आयोजित कएल जाइत अछि । एहि सुअवसर पर निम्न लोकनि उपस्थित छलाह -
(१). श्रीमति प्रेमलता मिश्र "प्रेम" (आयोजिका) (मैथिली)
(2). श्री (प्रो.) इन्द्रकान्त झा (आजुक गोष्ठीक अध्यक्ष) (मैथिली, हिन्दी)
(३). श्री मृत्युंजय मिश्र "करुणेश" (हिन्दी)
(४). श्री विजयनाथ झा (मैथिली, हिन्दी)
(५). श्री जगदीश चन्द्र ठाकुर "अनिल" (मैथिली, हिन्दी)
(६). श्री मेहता नागेन्द्र सिंह (हिन्दी)
(७). श्री मनोज मनुज (मैथिली, हिन्दी)
(८). श्री आशुतोष मिश्र (मैथिली, हिन्दी)
(९). श्री कमलेन्द्र झा "कमल" (मैथिली, हिन्दी)
(१०). श्री उमाशंकर सिंह (हिन्दी)
(११). श्री रामनारायण सिंह (मैथिली, हिन्दी)
(१२). श्री गणेश झा (मैथिली)
(११). श्री रामनारायण सिंह (मैथिली, हिन्दी)
(१२). श्री गणेश झा (मैथिली)
(१३). श्री राजकुमार "प्रेमी" (भोजपुरी, हिन्दी)
(१४). डॉ. शशिधर कुमर "विदेह" (हम स्वयं) (मैथिली)
आजुक एहि साहित्यिक गोष्ठीमे मिथिलाक सपूत, हिन्दी धारावाहिक ओ फिल्मक प्रसिद्ध अभिनेता स्व. नरेन्द्र झा (मूल गाम - कोइलख, मधुबनी, बिहार), हिन्दीक प्रख्यात लेखक स्व. केदारनाथ सिंह (मूल गाम - चकिया, बलिया, उत्तर प्रदेश) आओर तामिल, तेलुगू, कन्नर, मलयालम ओ हिन्दीक प्रख्यात फिल्म अभिनेत्री स्व. श्रीदेवीकेँ (मूल गाम - शिवकाशी, मद्रास/चेन्नई, तामिलनाडु) २ मिनटक मौन राखि श्रद्धाञ्जलि देल गेलन्हि ।
स्व. नरेन्द्र झा |
स्व. केदारनाथ सिंह |
स्व. श्री देवी कपूर |
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