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मिथिलाक पर्यायी नाँवसभ

मिथिलाभाषाक (मैथिलीक) बोलीसभ

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Monday 25 January 2016

पद्य - ‍१४४ - ढील आ लीख (बाल कविता)

ढील आ लीख (बाल कविता)





ढीलो रानी, ढीलो रानी, कतऽ जाइ छी ।
सभ केओ मारलक तेँ रूसल जाइ छी ।।

आब  एहेन  फकड़ा  पुरान  भऽ गेलै ।
ढील ताकब  बात अनजान  भऽ गेलै ।।*

साबुन एलै  शैम्पू  आ  दबाई  बहुते ।
ढीलक  करै  छै  ओ  बिदाई  तुरुते ।।*

ढील  परजीवी छी  आ खून चूसए छै ।*
माथक जे केश, तकर जड़ि धऽ रहै छै ।।

धियापुता  केश जे  साफ ने करए छै ।
ओकरहि  केशमे  ढील   सोहड़ै   छै ।।

ढील केर अण्डा  ओ  ढील केर बच्चा ।
मैथिलीमे लीख छै आ संस्कृतमे लिक्षा ।।*




संकेत आ किछु रोचक तथ्य -

* - पहिने धियापुता जखन स्थिर भऽ माथमे ढील ताकए नञि दैत छलै तँऽ तकनिहारि दाइ-माए लोकनि एहने फकड़ा सभ सुनाए परतारि कऽ ढील ताकै जाइ छलखिन्ह (-थिन्ह) । आब बहुविध मेडिकेटेड साबुन, शैम्पू आ किछु गोटी ढील मारबाक लेल सद्यः रामबाण जेकाँ काज करैछ तेँ ढील तकबाक प्रथा आ ओहि संगहि एहेन फकड़ा सभ बहुत कम भऽ गेल अछि । पर गाम-घरमे एखनहु से भेंटि जाएत ।

* - परजीवी = PARASITE; रक्तचूसक परजीवी = SANGUIVOROUS PARASITE

* -  ढील (मैथिली) = (संस्कृत) = जूँ (हिन्दी) = HEAD LICE / HEAD LOUSE (अंग्रेजी), तथा
      लीख (मैथिली) = लिक्षा (संस्कृत) = OVUM (Sing.) / OVA (Pl.)  &  LARVA (Sing.) / LARVAE
        (Pl.) /  NYMPH  OF  HEAD LICE / HEAD LOUSE (अंग्रेजी)


ढील एकटा परजीवी (PARASITE)  थिक । ओ मनुक्खक माथमे रहैत अछि आ मनुक्खक खून चूसि मात्र ओएह पर जीवैत अछि, तेँ ओ रक्तचूसक परजीवी (SANGUIVOROUS PARASITE)  भेल । ढील केर मात्र एक्कहिटा ज्ञात पोषक अछि तेँ ओ मनुक्खक लेल अधिबद्ध या अविकल्पी पजीवी (OBLIGATE PARASITE)  आ मनुक्ख ढीलक लेल अधिबद्ध या अविकल्पी पोषक (OBLIGATE HOST)  भेल । आन परजीवी कीड़ासभ जेकाँ ढीलकेँ बहुत मजगूत टांग या पाँखि नञि होइत अछि तेँ ओ एकसँ दोसर मनुक्खमे मात्र माथक सीधा सम्पर्कसँ (DIRECT HEAD TO HEAD CONTACT) - जेना कि सूतए काल, एक्के कंघीक प्रयोग कएलासँ - पसरैत अछि ।


मैथिली पाक्षिक इण्टरनेट पत्रिका विदेह केर ‍194म अंक (‍15 जनबरी 2016) (वर्ष 9, मास 97, अंक ‍194) केर बालानां कृते स्तम्भमे प्रकाशित ।


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